मुंगेर में आज नहाय खाय के साथ जिउतिया का तीन दिवसीय महाव्रत आरंभ हो गया। नहाय खाय को लेकर सुबह से ही मुंगेर के विभिन्न गंगा घाटों पर स्नान करने वाले खास कर महिला श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ जुट रही। वही इस को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है और जगह-जगह गोताखोरों की टीम को तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी ना हो।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल संतान की मंगल कामना एवं उसकी लंबी उम्र के लिए जिउतिया व्रत रखा जाता है। महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं। इस व्रत को संतान की सुरक्षा से जोड़कर देखा जाता है। तीन दिवसीय जिउतिया व्रत का शुभारंभ आज नहाय खाय से शुरू हो गया है । जिसको ले कर आज सुबह से ही महिला श्रद्धालु मुंगेर जिला अंतर्गत पड़ने वाले प्रमुख गंगा घाट जैसे कष्टहरणी गंगा घाट, बबुआ गंगा घाट, सोझी गंगा घाट सहित अन्य गंगा घाटों पर पहुंच कर गंगा स्नान कर पूजा अर्चना करने में लगी हुई है।
महिलाओं ने बताया की इस दिन महिलाएं जल्दी उठकर स्नान कर पूजा पाठ करती हैं। जिनका घर गंगा नदी के आसपास होता है, वह गंगा नदी में स्नान करती हैं।तीन दिन के इस व्रत में पहला दिन सप्तमी को नहाय खाय, दूसरे दिन अष्टमी को जिउतिया निर्जला व्रत के साथ कथा श्रवण करती और तीसरे दिन नवमी को पारण किया जाता है। जिउतिया महाव्रत पुत्र के दीर्घायु और स्वस्थ्य जीवन की कामना लिए महिलाएं करती है । नहाय खाय को ले विभिन्न गंगा घाटों पे सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजामत किए गए थे। घाटों पे गोताखोरों की तैनाती की गई ताकि कोई अनहोनी न हो।