विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश साहनी मुंगेर पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी के प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन मुंगेर के सोझीघाट के समीप एक सामुदायिक भवन में आयोजित किया गया था, जिसमें उन्होंने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
सरकार बनाओ, अधिकार पाओ: सम्मेलन में गूंजा बुलंद नारा
सम्मेलन में ‘सरकार बनाओ, अधिकार पाओ’ का नारा गूंजता रहा। इस नारे के माध्यम से मुकेश साहनी ने दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से अपील की कि वे एकजुट होकर महागठबंधन की सरकार बनाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि अगर सरकार में भागीदारी होगी, तभी समाज को उसके हक और अधिकार मिल पाएंगे।
दलित-पिछड़ा समाज के लिए बदलाव की जरूरत
मुकेश साहनी ने कहा कि दलित और पिछड़ा समाज आज भी हाशिए पर है। उनके बच्चों का भविष्य बेहतर तभी बन सकता है जब सत्ता में उनकी भागीदारी हो। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करें और उन्हें महागठबंधन का समर्थन करने के लिए प्रेरित करें।
नीतीश कुमार अस्वस्थ, अब बदलाव ज़रूरी
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुकेश साहनी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि अब वह अस्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आज बिहार की सरकार ब्यूरोक्रेट चला रहे हैं, न कि जनप्रतिनिधि। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और आम जनता को हर छोटे-छोटे काम के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं, जहाँ उनसे घूस मांगी जाती है।
शराबबंदी पर उठाए सवाल
मुकेश साहनी ने शराबबंदी की नीति की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार इसे समाज के लिए बेहतर बता रही है, लेकिन इसका वास्तविक असर ज़मीन पर दिखाई नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि अधिकारी से लेकर कई वर्गों के लोग अब भी शराब का सेवन कर रहे हैं, लेकिन जब पकड़े जाने की बात आती है तो केवल दलित समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि शराबबंदी के कारण सरकार को अब तक 40 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
लालू प्रसाद की विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाने की मुहिम
मुकेश साहनी ने बताया कि वह बिहार की यात्रा पर निकले हैं ताकि लालू प्रसाद यादव की विचारधारा को दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि वह राज्य के सभी छह ज़ोन में जाकर लोगों से संवाद करेंगे और उन्हें सामाजिक न्याय की विचारधारा से जोड़ेंगे। उनका उद्देश्य है कि बिहार की जनता एक बार फिर सामाजिक न्याय की ओर लौटे।
महागठबंधन लड़ेगा सभी 243 सीटों पर चुनाव
उन्होंने यह भी घोषणा की कि आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। सीटों के बंटवारे को लेकर भी उन्होंने जानकारी दी कि सभी घटक दलों के बीच लगभग समझौता हो चुका है और जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि महागठबंधन चुनाव जीतकर एक मजबूत और जनहितैषी सरकार बनाएगा।
निष्कर्ष: जनता तैयार है बदलाव के लिए
मुकेश साहनी के अनुसार अब बिहार की जनता बदलाव के लिए तैयार है। लोग एक युवा नेतृत्व की तलाश में हैं जो राज्य को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और असमानता से निकाल सके। उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय अब अपने हक के लिए जाग चुका है और अगर यह एकजुट हो जाए तो सत्ता की तस्वीर बदल सकती है।