आज, 30 अप्रैल 2025 को मुंगेर पोलो मैदान में एक विशेष आयोजन की शुरुआत हुई है। यह आयोजन है गृह रक्षा वाहिनी के रिक्त पदों पर स्वच्छ एवं पारदर्शी बहाली प्रक्रिया का। अहले सुबह से ही उम्मीदवारों की भारी भीड़ पोलो मैदान की ओर उमड़ पड़ी। रिपोर्टिंग का समय सुबह 5 बजे निर्धारित किया गया था, लेकिन इससे काफी पहले ही मैदान के बाहर अभ्यर्थियों की लंबी कतारें लग गईं।
कुल 17,526 अभ्यर्थी देंगे शारीरिक दक्षता परीक्षा
इस बार मुंगेर जिला के कुल 171 पदों के लिए महिला और पुरुष दोनों वर्गों को मिलाकर कुल 17,526 अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षा में हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रक्रिया की शुरुआत आज से हो गई है और यह 15 मई 2025 तक लगातार चलेगी।
शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए हाईटेक डिजिटल इंतज़ाम
इस बार की बहाली प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और हाइटेक बनाया गया है। पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। हर एक अभ्यर्थी को एक विशेष टी-शर्ट पहनाई गई है, जिसमें चिप लगी हुई है। यह चिप सीधे कंप्यूटर सिस्टम से जुड़ी हुई है, जो उनके दौड़ने, कूदने और अन्य गतिविधियों को स्वतः रिकॉर्ड कर रही है।
हाइट और जंप टेस्ट के लिए डिजिटल उपकरण
शारीरिक दक्षता जांच के अंतर्गत अभ्यर्थियों की लंबाई मापने के लिए डिजिटल हाइट मीटर का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, हाई जंप और लॉन्ग जंप के लिए लेजर तकनीक का प्रयोग किया गया है। यह तकनीक न केवल सटीक परिणाम देती है, बल्कि इससे किसी भी प्रकार की मानवीय गलती की संभावना भी खत्म हो जाती है।
दो पालियों में चलेगा परीक्षण
अभ्यर्थियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को दो पालियों में आयोजित किया जा रहा है।
पहली पाली सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक
दूसरी पाली दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक
हर पाली में सैकड़ों अभ्यर्थी अपनी शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रशासन ने इस दौरान पूरी व्यवस्था को बहुत व्यवस्थित ढंग से संचालित किया है।
पहले दिन 700 अभ्यर्थी, कल से हर दिन 1400
आज पहले दिन कुल 700 अभ्यर्थी परीक्षा में भाग ले रहे हैं। जबकि प्रशासन की योजना के अनुसार 1 मई से प्रतिदिन 1400 अभ्यर्थी इस प्रक्रिया में सम्मिलित होंगे। यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी अभ्यर्थी को अनुचित रूप से वंचित न किया जाए और सभी को समान अवसर प्रदान किया जाए।
बायोमेट्रिक जांच के बाद ही प्रवेश
परीक्षा में भाग लेने से पहले आधार कार्ड आधारित बायोमेट्रिक जांच की जा रही है। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि कोई भी फर्जी व्यक्ति या बाहरी तत्व इस परीक्षा में शामिल न हो सके। बायोमेट्रिक जांच के उपरांत ही किसी अभ्यर्थी को शारीरिक परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जा रही है।
प्रशासन की तैयारियों की अभ्यर्थियों ने की सराहना
परीक्षा स्थल पर पहुंचे अभ्यर्थियों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था काफी प्रशंसनीय और व्यवस्थित है। मैदान की साफ-सफाई, पेयजल, मेडिकल सुविधा, सुरक्षा और दिशा-निर्देशों की उपलब्धता से अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही है।
एक अभ्यर्थी ने कहा,
“हमें यहां आने से पहले चिंता थी कि भीड़ अधिक होगी और अव्यवस्था हो सकती है, लेकिन यहां पहुंचकर हमें बहुत संतोष मिला। हर व्यवस्था डिजिटल है और किसी भी प्रकार की धांधली की कोई गुंजाइश नहीं है।”
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद
परीक्षा स्थल की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। पूरे क्षेत्र को बैरिकेडिंग से घेरा गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती हर कोने पर की गई है ताकि कोई अवांछित गतिविधि न हो सके। इसके अलावा, ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है।
महानिदेशक स्तर की निगरानी में हो रही बहाली प्रक्रिया
इस पूरे बहाली अभियान की निगरानी महानिदेशक-सह-महासमादेष्टा, गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं, बिहार, पटना द्वारा की जा रही है। उनका स्पष्ट निर्देश है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से स्वच्छ, निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होनी चाहिए।
निष्कर्ष: बहाली प्रक्रिया बनी राज्य के लिए उदाहरण
मुंगेर में शुरू हुई यह बहाली प्रक्रिया आने वाले समय में बिहार के अन्य जिलों के लिए एक आदर्श उदाहरण बन सकती है। आधुनिक तकनीक और सटीक योजना के साथ यह दिखाया गया है कि यदि इच्छा शक्ति और पारदर्शिता हो तो किसी भी सरकारी प्रक्रिया को अव्यवस्था से मुक्त और योग्य अभ्यर्थियों के लिए निष्पक्ष बनाया जा सकता है।