बिहार के मुंगेर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। गंगा नदी में स्नान के दौरान एक ही परिवार के चार बच्चे और उनकी मां पानी के गहरे हिस्से में चले गए। यह हादसा इतना अचानक हुआ कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। गनीमत रही कि स्थानीय नाविकों की मदद से मां और एक बेटी को समय रहते बचा लिया गया, लेकिन बाकी तीन बच्चे – दो बेटियां और एक बेटा – गंगा में डूब गए। हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
दिल्ली से शादी में शामिल होने आए थे, हादसे ने तोड़ दिया परिवार
जानकारी के अनुसार दिल्ली में रहने वाले संजय यादव अपनी पत्नी रेणु देवी और चार बच्चों के साथ मुंगेर आए थे। वे अपने मूल गांव मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के कल्याणचक में एक पारिवारिक शादी समारोह में शामिल होने आए थे। परिवार में खुशियों का माहौल था। शादी के कार्यक्रम के बाद सभी लोग गोसाईं पूजन की तैयारी कर रहे थे, जिसके तहत गंगा स्नान की परंपरा निभाने के लिए सभी बरदह गंगा घाट पहुंचे।
गंगा की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाया, चारों बच्चे डूबने लगे
गंगा घाट पर स्नान करते समय यह हादसा हुआ। जब रेणु देवी अपने चारों बच्चों – 20 वर्षीय सालो कुमारी, 18 वर्षीय मांडवी कुमारी, 16 वर्षीय हर्ष कुमार और 12 वर्षीय अमन कुमार के साथ स्नान कर रही थीं, तभी सभी गहराई का अंदाजा नहीं लगा सके। वे धीरे-धीरे गहरे पानी की ओर बढ़ते चले गए और देखते ही देखते सभी पानी में डूबने लगे। मौके पर हड़कंप मच गया।
मछुआरों ने दिखाई बहादुरी, दो की जान बचाई
स्नान स्थल के पास ही गंगा में मछली पकड़ने वाले स्थानीय मछुआरे अपनी नाव पर मौजूद थे। जैसे ही उन्होंने यह दृश्य देखा, उन्होंने बिना समय गंवाए तुरंत अपनी नाव गंगा की ओर बढ़ाई और रेस्क्यू शुरू कर दिया। मछुआरों की तत्परता के कारण रेणु देवी और उनकी बेटी मांडवी कुमारी को गंगा से बाहर निकाल लिया गया। उनकी जान बच गई, लेकिन बाकी तीन बच्चे डूब चुके थे।
तीन बच्चों की दर्दनाक मौत, गांव में पसरा सन्नाटा
डूबने वालों में बड़ी बेटी सालो कुमारी, बेटा हर्ष कुमार और सबसे छोटा बेटा अमन कुमार शामिल थे। तीनों की तलाश के लिए स्थानीय गोताखोरों को बुलाया गया। लगभग दो घंटे की कठिन मशक्कत के बाद तीनों के शव गंगा से बाहर निकाले जा सके। जैसे ही ये शव बाहर लाए गए, परिवार वालों की चीख-पुकार गूंज उठी। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद गांव में मातम, प्रशासन ने किया मुआवजे का ऐलान
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची। सदर एसडीओ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और बताया कि सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जाएगा। पूरे गांव में शोक का माहौल है। हर आंख नम है। लोग इस दर्दनाक हादसे को सुनकर स्तब्ध हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई घटना की भयावहता
वहीं घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह परिवार पूरी श्रद्धा से गंगा स्नान करने आया था। किसी को अंदाजा नहीं था कि यह धार्मिक क्रिया इतने बड़े हादसे में बदल जाएगी। एक ही परिवार के तीन बच्चों की डूबकर मौत ने न सिर्फ उनके माता-पिता बल्कि पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है।
समाप्ति: खुशियों की जगह मातम छोड़ गया यह विवाह समारोह
जहां कुछ दिन पहले तक गांव में शादी की खुशियों की गूंज थी, वहीं अब उसी गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। जिस परिवार के सदस्य शादी में शामिल होकर हंसते-खेलते पहुंचे थे, वही आज तीन बच्चों के शव के साथ गंगा घाट से लौटे। यह हादसा हर उस इंसान के लिए एक चेतावनी है, जो गंगा में स्नान करते समय सावधानी नहीं बरतते। एक पल की लापरवाही जिंदगी भर का दर्द बन सकती है।