मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मिन्नत नगर मोहल्ले में एक बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई है। यह घटना रविवार को सामने आई, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। 60 वर्षीय विधवा महिला मेहरून निसा को उनके ही बेटों ने बेरहमी से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मोहल्ले में सनसनी फैल गई, और स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस को सूचित किया।
घटना का विवरण: मां के साथ हुई बर्बरता
मेहरून निसा, जो कि अपने दोनों बेटों अफरोज और आमिर के साथ रहती थीं, उन पर बीते कुछ समय से लगातार अत्याचार हो रहा था। पड़ोसियों के अनुसार, दोनों बेटे अपनी मां पर लगातार दबाव बना रहे थे कि वह घर छोड़ दे। इस मांग को लेकर अक्सर घर में झगड़े होते रहते थे। इसी तनाव का परिणाम यह हुआ कि रविवार को दोनों बेटों ने अपनी ही मां को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
बेटों ने ना सिर्फ हाथों से मारा, बल्कि लाठी-डंडों का भी इस्तेमाल किया। सिर पर जोरदार वार से मेहरून निसा बुरी तरह घायल हो गईं और मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़ीं। स्थानीय लोगों ने जैसे ही यह मंजर देखा, उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया और एंबुलेंस बुलाकर मेहरून निसा को मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती करवाया।
बहन और बहनोई पर भी हमला
जब यह खबर मेहरून निसा की बेटी सुलतानी और उसके पति मो. इरफान को मिली, जो कि बगल के ही मोहल्ले में रहते हैं, तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे। उनका उद्देश्य था कि वे अपने भाइयों को समझाएं और मां के साथ दुर्व्यवहार न करें। लेकिन जैसे ही वे घर पहुंचे, अफरोज और आमिर का गुस्सा और बढ़ गया। दोनों भाइयों ने मिलकर सुलतानी और उसके पति पर भी हमला कर दिया।
इस हमले में सुलतानी को गंभीर चोटें आईं और वह मौके पर ही बेहोश हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें भी सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। मो. इरफान को भी हल्की चोटें आईं हैं, लेकिन वह स्थिर स्थिति में हैं।
पीड़िता की आपबीती
अस्पताल में भर्ती सुलतानी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह कोई पहली बार की घटना नहीं है। उनके दोनों भाई लंबे समय से मां पर दबाव बना रहे थे कि वह घर छोड़ दें। जब वह मना करती थीं, तो उनके साथ मारपीट की जाती थी। बीती रात को भी उनके साथ मारपीट की गई थी और आज सुबह तो हद ही पार कर दी गई। उन्होंने कहा कि बेटों की पत्नियां भी इस हिंसा में बराबर की भागीदार हैं और अक्सर मां को गालियाँ देने और प्रताड़ित करने में शामिल रहती हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद मोहल्ले में काफी गुस्सा है। स्थानीय निवासी इस कुकृत्य को लेकर आक्रोशित हैं। एक पड़ोसी ने बताया कि मेहरून निसा एक सीधी-सादी महिला हैं और कभी किसी से उलझती नहीं थीं। उनके बेटों का यह व्यवहार बेहद शर्मनाक और अमानवीय है। मोहल्ले वालों की मांग है कि पुलिस जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करे और सख्त से सख्त सजा दिलवाए।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से बयान दर्ज किए। पुलिस ने दोनों बेटों अफरोज और आमिर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही, पूरे मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है ताकि न्याय दिलाया जा सके।
सवाल उठते हैं समाज पर
यह घटना सिर्फ एक घरेलू हिंसा का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की उस कुरूप मानसिकता को भी उजागर करता है जिसमें बेटा मां का सहारा बनने के बजाय उसकी जिंदगी को नरक बना देता है। विधवा मां जो जीवनभर अपने बच्चों के लिए जीती है, उसी के बेटे जब उस पर हाथ उठाते हैं तो यह मानवता को शर्मसार कर देने वाली बात है।
निष्कर्ष: न्याय की मांग
मेहरून निसा और उनकी बेटी सुलतानी दोनों इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। उनके परिवार को इंसाफ दिलाना अब कानून और प्रशासन की जिम्मेदारी है। स्थानीय समाज, पुलिस और मीडिया को मिलकर ऐसे मामलों को उजागर करना चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिले और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।