मुंगेर में पारिवारिक कार्यक्रम में घर आए एयरफोर्स के जवान की मौत। बरेली एयरफोर्स स्टेशन में सार्जेंट के पद पर तैनात अवनीश कुमार सिंह इन दिनों अपने गृह जनपद मुंगेर आए हुए थे। वे अपने परिवार के चार बच्चों के जेनेऊ संस्कार में शामिल होने के लिए एक सप्ताह पूर्व ही अपने गांव पूर्वी इंद्रुख, थाना सफियासराय पहुंचे थे। अवनीश अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ इस पारिवारिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए थे। 28 मई को जेनेऊ संस्कार होना था, लेकिन उससे पहले के धार्मिक अनुष्ठान और तैयारियों में पूरा परिवार व्यस्त था।
पंडाल में लगा पंखा बना मौत का कारण
जेनेऊ के लिए घर के पीछे एक बड़ा पंडाल लगाया गया था, जिसमें मेहमानों के बैठने और भोजन की व्यवस्था की गई थी। गर्मी से राहत देने के लिए पंडाल में पंखे लगाए गए थे। उसी दौरान एक पंखा काम नहीं कर रहा था, जिसे ठीक करने के लिए खुद अवनीश कुमार पंडाल में पहुंचे। तकनीकी जानकारी होने के कारण उन्होंने स्वयं पंखे को सुधारने का निर्णय लिया, लेकिन यह निर्णय उनके लिए जानलेवा साबित हुआ।
करेंट लगने से हुई दर्दनाक मौत
जैसे ही अवनीश पंखे को ठीक करने लगे, उन्हें तेज़ करंट का झटका लगा और वे वहीं मूर्छित होकर गिर पड़े। अवनीश की इस स्थिति को देखकर पंडाल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में परिजनों और ग्रामीणों ने उन्हें मुंगेर सदर अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जैसे ही उनकी मौत की खबर परिवार को मिली, पूरे घर में कोहराम मच गया।
पूरे परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
अवनीश कुमार की असमय और अचानक हुई मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। वृद्ध पिता बमबम सिंह की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं, पत्नी और बच्चों की हालत बेहद खराब है। परिजन बार-बार बेहोश हो जा रहे हैं और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। जेनेऊ का पावन अवसर अचानक शोकसभा में बदल गया।
पुलिस और एयरफोर्स को दी गई सूचना
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस दुखद घटना की जानकारी बरेली एयरफोर्स स्टेशन को भी दी गई है। बताया जा रहा है कि एयरफोर्स की एक टीम पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन और सैन्य सम्मान के लिए मुंगेर पहुंचेगी।
गॉड ऑफ ऑनर के साथ होगा अंतिम संस्कार
एयरफोर्स के नियमों के अनुसार जवान को अंतिम विदाई देने से पहले “गॉड ऑफ ऑनर” दिया जाएगा। इसके लिए बरेली से विशेष टीम भेजी जा रही है। अंतिम संस्कार से पूर्व सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। जवान के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए गांव में लोग लगातार आ रहे हैं।
अवनीश की लोकप्रियता और जीवन यात्रा
अवनीश कुमार सिंह की शादी वर्ष 2005 में हुई थी और वे वर्ष 2008 में भारतीय वायुसेना में भर्ती हुए थे। वे अपने गांव, समाज और रिश्तेदारों में अत्यंत लोकप्रिय थे। मिलनसार स्वभाव और सामाजिक व्यवहार के कारण उन्हें सभी बेहद सम्मान देते थे। उनकी असामयिक मौत ने केवल उनके परिवार को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को शोक में डुबो दिया है।