मुंगेर में बुद्ध पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़, गंगा स्नान को लेकर प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम

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बुद्ध पूर्णिमा पर मुंगेर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

बुद्ध पूर्णिमा का पर्व हिन्दू धर्म और बौद्ध धर्म दोनों में विशेष महत्व रखता है। इस शुभ अवसर पर मुंगेर जिले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। खासकर जिले के प्रमुख गंगा घाटों — जैसे कष्टहरणी गंगा घाट, बबुआ घाट और सोझी घाट — पर भक्तों का तांता लगा रहा। दूर-दूर से श्रद्धालु इस पुण्य अवसर पर गंगा स्नान करने के लिए मुंगेर पहुंचे हैं।

गंगा स्नान का धार्मिक महत्व

बुद्ध पूर्णिमा वैशाख मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। यह तिथि भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण से जुड़ी हुई मानी जाती है। साथ ही, यह दिन सनातन धर्म में भी अत्यंत शुभ माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से पापों का नाश होता है और व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है।

गंगा जल में स्नान करके श्रद्धालु भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का अभिषेक करते हैं, जिससे उनके घर में सुख, समृद्धि और वैभव का वास होता है। यही कारण है कि इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है और हर वर्ष हजारों श्रद्धालु इस अवसर का लाभ उठाते हैं।

सुबह से शुरू हुआ गंगा स्नान

बुद्ध पूर्णिमा के दिन श्रद्धालु तड़के सुबह से ही गंगा घाटों पर जुटने लगे थे। कई श्रद्धालु अपने परिवार सहित घाटों पर पहुंचे और गंगा में स्नान कर पूजा-अर्चना की। घाटों पर बैठे पुरोहितों ने उन्हें मंत्रोच्चार के साथ दान-पुण्य कराने में सहायता की।

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श्रद्धालुओं ने गंगा जल में डुबकी लगाकर न केवल अपनी आत्मा को शुद्ध किया, बल्कि भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त की। कई श्रद्धालुओं ने घाटों पर दीप जलाकर संकल्प लिया और परिजनों की सुख-शांति की कामना की।

प्रशासन द्वारा किए गए पुख्ता इंतजाम

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मुंगेर जिला प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा और सुविधा के व्यापक इंतजाम किए थे। सुरक्षा बलों की तैनाती, मेडिकल टीम की व्यवस्था, वॉच टावर, नावों की सहायता, साफ-सफाई और भीड़ नियंत्रण जैसी व्यवस्थाओं को सुसंगठित ढंग से अंजाम दिया गया।

प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया गया कि किसी भी श्रद्धालु को गंगा स्नान के दौरान कोई असुविधा न हो। घाटों पर लगातार निगरानी रखी गई ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना या अव्यवस्था न हो।

शांति और श्रद्धा से भरा माहौल

पूरे मुंगेर में बुद्ध पूर्णिमा का माहौल बेहद श्रद्धामय और शांतिपूर्ण रहा। लोग आस्था से ओतप्रोत होकर घाटों पर जुटे और इस पावन दिन को पूरे श्रद्धा भाव से मनाया। गंगा तट पर गूंजते मंत्रों, जलते दीपों और श्रद्धालुओं के चेहरे पर सजी शांति की मुस्कान इस दिन को और भी दिव्य बना रही थी।

 

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