मुंगेर जिले के लोगों के लिए अब वह समय दूर नहीं जब वे अपने ही जिले से उड़ान भरकर देश के बड़े शहरों तक पहुंच सकेंगे। सरकार द्वारा उठाए गए अहम कदम के तहत मुंगेर को हवाई सेवा का बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। सफियाबाद स्थित पुराने हवाई अड्डा को आधुनिक रूप दिया जाएगा और यहां से छोटे विमानों की सेवा जल्द शुरू की जाएगी। इससे न केवल आवागमन में सुविधा होगी बल्कि जिले की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
22 से 27 मई के बीच पहुंचेगी एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की एक विशेष तकनीकी टीम 22 मई से 27 मई के बीच मुंगेर पहुंचेगी। इस टीम का उद्देश्य है सफियाबाद हवाई अड्डा का भौतिक निरीक्षण करना और उसके विस्तार के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करना। यह रिपोर्ट यह तय करेगी कि रनवे को कितना बढ़ाना होगा, किन तकनीकी संसाधनों की आवश्यकता होगी, और हवाई सेवा को शुरू करने में कितने समय और लागत की आवश्यकता होगी।
सफियाबाद हवाई अड्डा को बनाया जाएगा उड़ान योजना के तहत उपयुक्त
राज्य सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी योजना (उड़ान योजना) के तहत मुंगेर हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पास किया था। अप्रैल माह में यह प्रस्ताव स्वीकृत हुआ और इसके लिए 25 करोड़ रुपये की राशि भी आवंटित कर दी गई है। इस योजना के तहत सफियाबाद हवाई अड्डा को 19 सीटर छोटे विमान की उड़ानों के लिए तैयार किया जाएगा।
रनवे का विस्तार: उड़ान की राह होगी आसान
फिलहाल सफियाबाद हवाई अड्डा का रनवे लगभग 1200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा है। लेकिन छोटे व्यवसायिक विमानों की सुरक्षित उड़ान के लिए रनवे की लंबाई कम से कम 1500 मीटर होनी चाहिए। यही कारण है कि हवाई अड्डे का विस्तार किया जाना आवश्यक है। जैसे ही रनवे का विस्तार कार्य पूरा होगा, यहां से छोटे विमानों की नियमित उड़ानें शुरू की जा सकेंगी।
मुंगेरवासियों में हर्ष की लहर
जब मुंगेरवासियों को यह सूचना मिली कि जल्द ही उनके जिले से हवाई सेवा शुरू होने जा रही है, तो उनमें खुशी की लहर दौड़ गई। वर्षों से जिले में हवाई सेवा की मांग उठती रही थी, और अब यह सपना साकार होता दिखाई दे रहा है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे जिले का व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में अप्रत्याशित विकास होगा।
विकास की नई उड़ान
हवाई अड्डा बनने से मुंगेर का संपर्क देश के बड़े शहरों जैसे पटना, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई से तेज़ और आसान हो जाएगा। इससे न केवल यात्रियों को लाभ मिलेगा, बल्कि जिले में निवेश और पर्यटन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। युवा वर्ग को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और मुंगेर की गिनती विकासशील जिलों में होने लगेगी।