मुंगेर सदर अस्पताल में दो पक्षों में मारपीट, आठ घायल | अस्पताल बना रणक्षेत्र

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मुंगेर सदर अस्पताल, जो आमतौर पर मरीजों की सेवा और चिकित्सा सहायता के लिए जाना जाता है, रविवार को अचानक हिंसा का अखाड़ा बन गया। जमालपुर थाना क्षेत्र के सदर बाजार निवासी दो पक्ष, जो इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे, आपस में भिड़ गए। अस्पताल का शांत परिसर कुछ ही देर में रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर न केवल गाली-गलौज की, बल्कि आधे घंटे तक जमकर लात-घूंसे भी चलाए।

मामूली विवाद ने ली हिंसक रूप

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह विवाद जमीन व रास्ते को लेकर शुरू हुआ था। मोहम्मद शाहबउद्दीन और उनके भाई अपने पैतृक जमीन पर मकान निर्माण कार्य करवा रहे थे। उसी दौरान उनके पड़ोसी मोहम्मद राजू अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पहुंचे और नाले के लिए रास्ता छोड़ने की मांग करने लगे। पहले तो बातों में विवाद हुआ, लेकिन जल्द ही मामला हाथापाई तक पहुँच गया।

आठ लोग हुए घायल, अस्पताल में भर्ती

इस झगड़े में दोनों पक्षों से कुल आठ लोग घायल हो गए। इनमें से अधिकांश को सिर में गंभीर चोटें आईं। मारपीट के बाद जब डायल 112 पर सूचना दी गई, तो पुलिस मौके पर पहुंची और सख्ती से मामला शांत कराया। घायल लोगों को तुरंत इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार किया गया। सभी के सिर पर पट्टियां बांधी गईं।

अस्पताल परिसर में दोबारा भिड़े दोनों पक्ष

घटना की सबसे चिंताजनक बात यह रही कि जब दोनों पक्ष इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे, तब भी उनकी नाराज़गी शांत नहीं हुई। प्राथमिक उपचार के बाद, जैसे ही वे इमरजेंसी वार्ड से बाहर निकले, फिर से बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों ने फिर से एक-दूसरे पर हमला बोल दिया। लात-घूंसे चलते रहे, और अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों व उनके परिजनों में हड़कंप मच गया।

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सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से रोकी गई बड़ी अनहोनी

इस पूरी घटना के दौरान अस्पताल प्रशासन और सुरक्षाकर्मी अलर्ट हो गए। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों और गार्डों ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए दोनों पक्षों को अलग किया और स्थिति को नियंत्रित किया। अगर समय रहते हस्तक्षेप नहीं होता, तो मामला और गंभीर हो सकता था।

महिलाओं की भी थी मौजूदगी

घटना के दौरान दोनों पक्षों की ओर से 20 से 30 की संख्या में पुरुष और महिलाएं अस्पताल परिसर में मौजूद थीं। कई महिलाएं भी आपस में झगड़ती दिखीं, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह स्थिति पर काबू पाया। यह दृश्य अस्पताल परिसर के लिए बेहद असामान्य और चिंताजनक रहा।

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप

घटना के बाद दोनों पक्ष सीधे जमालपुर थाना पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। मोहम्मद शाहबउद्दीन और उनके भाइयों का कहना है कि वे अपने पैतृक जमीन पर घर बना रहे थे, लेकिन मोहम्मद राजू और उनके परिवार के लोग जबरन रास्ता छोड़ने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रविवार को जब मकान का काम चल रहा था, तभी मोहम्मद राजू अपने परिवार के साथ आए और हमला कर दिया।

वहीं दूसरी ओर, मोहम्मद राजू, उमर और अन्य का कहना है कि उनके पास मकान के बगल से गुजरने का पुराना रास्ता है। उनका पाइप भी उसी दिशा में बिछा हुआ है। उन्होंने कहा कि पंचायत द्वारा पहले ही यह तय किया गया था कि मकान बनाने के दौरान रास्ता छोड़ा जाएगा। लेकिन अब मोहम्मद शाहबउद्दीन दो लाख रुपये की मांग कर रहे हैं, जिससे विवाद और बढ़ गया।

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मरीजों को हुई भारी परेशानी

अस्पताल में इलाज कराने आए अन्य मरीजों को इस झगड़े की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इमरजेंसी वार्ड में शोर-शराबा और लड़ाई के कारण डॉक्टरों और स्टाफ को भी कार्य करने में दिक्कत हुई। कई मरीज डर के मारे वार्ड से बाहर निकल आए।

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