मुंगेर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है। यह फैक्ट्री मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में संचालित हो रही थी। शनिवार की देर रात पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इस फैक्ट्री पर छापा मारा और मौके से तीन कारीगरों को गिरफ्तार किया।
तीन हथियार कारीगर गिरफ्तार
छापेमारी के दौरान पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया, उनके नाम मो. नौशाद, मो. शमशाद और मो. शजमुल उर्फ छोटू बताए गए हैं। ये सभी आरोपी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरदह गांव के निवासी हैं। पुलिस का कहना है कि ये कारीगर हथियार निर्माण में पूरी तरह प्रशिक्षित थे और काफी समय से इस अवैध धंधे में लिप्त थे।
भारी मात्रा में हथियार और उपकरण बरामद
पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री से भारी मात्रा में हथियार और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। बरामद सामग्री में 7 अर्धनिर्मित पिस्टल, 2 पूरी तरह से तैयार मैगजीन, 14 अर्धनिर्मित मैगजीन, 5 बेस मशीन, 2 हैंड ड्रिल मशीन, 5 पिस्टल के स्लाइडर और 2 अर्धनिर्मित बैरल शामिल हैं। सभी हथियार फिनिशिंग स्टेज में थे और जल्दी ही बिक्री के लिए तैयार किए जा रहे थे।
गुप्त सूचना से मिली सफलता
इस बड़ी सफलता के पीछे गुप्त सूचना का अहम योगदान रहा। सदर डीएसपी अभिषेक आनंद और मुफस्सिल थानाध्यक्ष विपिन कुमार के नेतृत्व में इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। पुलिस की टीम ने देर रात अभियान चलाकर इस अवैध गन फैक्ट्री को बंद करवाया और वहां से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और इस मामले में अभी पांच अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। एसपी ने यह भी बताया कि मो. शजमुल उर्फ छोटू के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और अन्य आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
हर पिस्टल पर मिलते थे 2,500 रुपये
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्हें हर एक पिस्टल तैयार करने के बदले 2,500 रुपये दिए जाते थे। इस गन फैक्ट्री का संचालन लगभग 15 से 20 दिन पहले से हो रहा था और इसमें रोजाना हथियारों का निर्माण हो रहा था। यह नेटवर्क सुनियोजित तरीके से चलाया जा रहा था।
आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुफस्सिल थाना में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। साथ ही फरार आरोपियों की तलाश में भी पुलिस की विशेष टीम गठित कर दी गई है। एसपी ने साफ कहा है कि इस तरह के अवैध धंधे को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अपराधियों के नेटवर्क पर कड़ी नजर
मुंगेर जिले में इस तरह की गतिविधियां पहले भी सामने आती रही हैं, लेकिन इस बार पुलिस ने समय पर कार्रवाई कर एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। यह मामला सिर्फ एक अवैध फैक्ट्री का नहीं बल्कि उससे जुड़े पूरे नेटवर्क और अवैध हथियारों के कारोबार से जुड़ा है। पुलिस अब इस पूरे मामले की तह तक जाकर सभी दोषियों को पकड़ने की तैयारी में जुट गई है।