मुंगेर में ढोल नगाड़े के साथ पहुंची पुलिस, हत्या के आरोपियों के खिलाफ अनोखी कार्रवाई

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मुंगेर जिले के कासिमबाजार थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर मोहल्ले में अचानक जब एक बैंड पार्टी पूरे जोर-शोर के साथ ढोल नगाड़े बजाते हुए पहुंची, तो मोहल्ले में उत्सव जैसा माहौल बन गया। मोहल्ले वाले अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। हर किसी के मन में एक ही सवाल था – किसके यहां शादी है? किसके यहां बारात आई है?

लोगों ने अंदाजा लगाया कि शायद मोहल्ले में किसी घर में अचानक से शादी तय हो गई होगी और यह बारात उसी की होगी। बच्चों ने खुशी से ताली बजाई, बुजुर्गों ने मुस्कराकर कहा, “लगता है कोई धूमधाम से शादी कर रहा है।” लेकिन सबका यह भ्रम उस समय टूट गया जब उन्होंने देखा कि ढोल नगाड़ों के पीछे बैंड पार्टी के साथ बाराती नहीं, बल्कि पुलिसकर्मी चल रहे हैं।

जब पुलिस बनी ‘बाराती’ तो सब रह गए हैरान

जब लोगों ने देखा कि बैंड बाजे के साथ पुलिस वाले मोहल्ले में घुसे चले आ रहे हैं, तो सभी एकदम से सन्न रह गए। यह कोई आम दृश्य नहीं था। पुलिस, वो भी बैंड पार्टी के साथ? लोगों को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि ये क्या हो रहा है। कोई कह रहा था कि शायद यह पुलिस का कोई नया तरीका है किसी को डराने का, तो कोई कह रहा था कि यह किसी खास अभियान का हिस्सा होगा।

हत्या के मामले में फरार आरोपियों की तलाश में आई थी पुलिस

दरअसल, यह सब कुछ एक गंभीर आपराधिक मामले का हिस्सा था। 2 मई 2025 को इसी शास्त्री नगर मोहल्ले में एक स्थानीय युवक गोविंद कुमार की निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप उसी मोहल्ले में रहने वाले पप्पू यादव, गौतम यादव और कुछ अन्य लोगों पर था। हत्या के बाद से ही सभी आरोपी फरार चल रहे थे। पुलिस ने कई प्रयासों के बावजूद जब आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी, तो कोर्ट से इश्तेहार जारी करवाया गया।

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ढोल नगाड़ों के साथ आरोपियों के घर पहुंचे पुलिसकर्मी

कासिमबाजार थानाध्यक्ष रूबीकांत कश्यप ने इस बार आरोपियों को दबाव में लाने के लिए एक अलग तरीका अपनाया। उन्होंने बैंड पार्टी की व्यवस्था की और खुद कई पुलिस पदाधिकारियों और जवानों के साथ ढोल नगाड़ा बजाते हुए शास्त्री नगर मोहल्ले पहुंचे। यह सब इसलिए किया गया ताकि पूरे मोहल्ले के सामने आरोपियों की पहचान उजागर की जा सके और समाज में एक स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि अपराधियों को छुपने की जगह नहीं मिलेगी।

इश्तेहार चस्पा और माइकिंग के जरिए लोगों को किया गया जागरूक

मोहल्ले वालों की उपस्थिति में पुलिस ने आरोपियों के घर पर कोर्ट द्वारा जारी किया गया इश्तेहार चस्पा किया। इसके साथ ही माइकिंग के जरिए यह भी घोषणा की गई कि इन लोगों ने गोविंद कुमार की हत्या की है और यदि समय रहते ये न्यायालय के सामने आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो इनके घरों की कुर्की और संपत्ति जप्ती की जाएगी। इस पूरे अभियान का उद्देश्य था कि मोहल्ले वाले भी इन अपराधियों के खिलाफ एकजुट हों और पुलिस का सहयोग करें।

पुलिस का नया तरीका: अपराधियों पर सामाजिक दबाव बनाने की पहल

पुलिस का यह तरीका निश्चित रूप से लोगों के लिए चौंकाने वाला था, पर इसका मकसद स्पष्ट था – आरोपियों पर सामाजिक दबाव बनाना ताकि वे सरेंडर करने को मजबूर हो जाएं। जब पूरे मोहल्ले के सामने किसी के घर इश्तेहार चस्पा हो, ढोल बजाए जाएं और माइक पर उनका नाम लिया जाए, तो समाज में उनकी बदनामी होती है और वे खुद को छुपा नहीं पाते।

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बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी

इस कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि पूरे अभियान के दौरान कानून व्यवस्था बनी रहे और किसी तरह का विरोध न हो।

 

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