मुंगेर: 4 और 7 जून को श्रीकृष्ण सेतु पर ट्रैफिक बंद, चेन्नई वैज्ञानिक करेंगे लोड टेस्ट

Share With Friends or Family

मुंगेर जिले के लिए एक अहम सूचना सामने आई है। श्रीकृष्ण सेतु पर 4 जून और 7 जून को सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद रहेगा। इन दोनों दिनों को लेकर ट्रैफिक ब्लॉक की व्यवस्था की गई है। इसका कारण सेतु की मजबूती और सुरक्षा जांच है, जिसे स्पैन लोड टेस्टिंग कहा जाता है। यह जांच स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर, चेन्नई के वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम द्वारा की जाएगी।

एनएचएआई ने की ट्रैफिक ब्लॉक की मांग

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से इस परीक्षण के लिए मुंगेर जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया, जिसमें 4 और 7 जून को सुबह 11 बजे से अपराह्न 4 बजे तक सभी वाहनों के परिचालन को बंद करने का अनुरोध किया गया। एनएचएआई ने साफ तौर पर कहा है कि यह टेस्ट पुल की संरचनात्मक क्षमता जांचने के लिए जरूरी है।

टेस्टिंग का उद्देश्य: सेतु की भार वहन क्षमता की जांच

स्पैन लोड टेस्टिंग का मुख्य उद्देश्य श्रीकृष्ण सेतु की भार वहन क्षमता का परीक्षण करना है। एनएचएआई के अनुसार, यह पुल 40 टन भार वहन करने में सक्षम है, जबकि इसके दोनों ओर बने एप्रोच पथ 55 टन तक का भार सह सकते हैं। इस टेस्टिंग से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इतने भार के दबाव में पुल पर किसी भी प्रकार का रिफ्लेक्शन, कंपन या अन्य संरचनात्मक समस्या तो नहीं हो रही है।

चेन्नई से विशेष वैज्ञानिक टीम पहुंचेगी मुंगेर

इस जाँच को गंभीरता से लेते हुए एनएचएआई ने स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर, चेन्नई से वैज्ञानिकों की एक टीम को बुलाया है। यह टीम श्रीकृष्ण सेतु के पाया (पिलर) और अन्य संरचनाओं की मजबूती की जांच करेगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पुल अब भी उतनी ही सुरक्षित है जितनी उसके निर्माण के समय थी।

इसे भी पढ़ें :  मुंगेर पहुंचे केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, मणिपुर हिंसा को लेकर दिया बड़ा बयान जानिए

स्थानीय प्रशासन की भूमिका और तैयारी

एनएचएआई द्वारा भेजे गए अनुरोध पत्र के बाद जिला प्रशासन ने ट्रैफिक ब्लॉक की स्वीकृति दे दी है। इस दौरान वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी भी प्रशासन पर है। सदर सीडीओ अभिषेक आनंद ने पुष्टि की है कि 4 और 7 जून को चेन्नई की टीम पुल पर ट्रैफिक ब्रेक लेकर भार क्षमता की जांच करेगी और इस दौरान किसी भी वाहन को पुल पार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था पर जोर

चूंकि दोनों दिन सुबह 11 बजे से लेकर अपराह्न 4 बजे तक ट्रैफिक ब्लॉक रहेगा, ऐसे में प्रशासन की ओर से आम नागरिकों और वाहन चालकों के लिए वैकल्पिक मार्ग सुझाए जाएंगे। आवश्यक सेवाओं को भी इस दौरान समुचित मार्ग प्रदान करने की कोशिश की जाएगी ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो।

नागरिकों से अपील: सहयोग करें

जिला प्रशासन और एनएचएआई की ओर से आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस टेस्टिंग के दौरान सहयोग करें। पुल की सुरक्षा और टिकाऊपन को लेकर यह एक नियमित प्रक्रिया है, और इसमें थोड़ी असुविधा भविष्य के लिए बड़ी सुरक्षा का माध्यम बन सकती है।

क्यों जरूरी है स्पैन लोड टेस्टिंग?

स्पैन लोड टेस्टिंग एक ऐसी तकनीकी प्रक्रिया है, जिसमें यह देखा जाता है कि कोई पुल अपने निर्धारित भार को वहन करने में सक्षम है या नहीं। समय-समय पर इस तरह की जांच की जाती है ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना या संरचनात्मक क्षति से पहले उसे पहचाना जा सके। श्रीकृष्ण सेतु एक महत्वपूर्ण पुल है, जो मुंगेर को अन्य जिलों से जोड़ता है। इसलिए इसकी जांच अत्यंत आवश्यक मानी जा रही है।

Share With Friends or Family

Leave a Comment