मुंगेर के तारापुर अनुमंडल अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे कायाकल्प की राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० नीलोफर, उन्होंने एक-एक वार्ड में जाकर साफ-सफाई का बारीकी से लिया जायजा, निरीक्षण के बाद डॉक्टर निलोफर ने कहा इंटरनल पीआर रिव्यू में अस्पताल क्वालीफाई कर गया है अभी एक्सटर्नल एसेसमेंट चल रहा है यदि अस्पताल इसमें भी खड़ा उतरता है तो अस्पताल को कायाकल्प के द्वारा कौन-कौन सा अवार्ड मिल सकता है इसका डिसाइड किया जाएगा।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर में काया कल्प की राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डा. नीलोफर ने डीपीएम मो. नसीम के साथ तारापुर अनुमंडल अस्पताल के साफ सफाई स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया।दोपहर के 2:30 बजे अनुमंडल अस्पताल तारापुर पहुंची डा. निलोफर ने अस्पताल के दवा भंडारण कक्ष ,ड्रेसिंग रूम,एक्स-रे कक्ष,टीकाकरण कक्ष,पैथोलॉजी, इमरजेंसी सेवा कक्ष,नेत्र जांच घर,रक्त संग्रह इकाई, डाक्टर ड्यूटी रूम,लेबर रूम के अलावा अस्पताल के साफ सफाई का बारिकी जायजा लिया। डा. निलोफर ने कहा कि इंटरनल पीआर रिव्यू में अस्पताल क्वालीफाई कर गया है । अभी एक्सटरनल एसेसमेंट चल रहा है यदि अस्पताल इसमें भी खरा उतरता है तो अस्पताल को काया कल्प के द्वारा कौन कौन सा अवार्ड मिल सकता है इसका डिसाइड किया जायेगा।
वैसे अस्पताल की साफ-सफाई, देख रेख ,रखरखाव इसकी सुंदरता संतोषप्रद पाई गई।अस्पताल में मरीज के हर एक बेड पर चाद बिछा पाया गया, चारों ओर साफ सफाई देखी गई ,फर्श पर कहीं भी गंदगी नहीं देखी गई,अस्पताल में मक्खी व मच्छर एक भी नहीं देखा गया।शौचालय, बाथरूम में भी साफ सफाई देखी गई।अस्पताल परिसर में लगे गार्डन में भी कहीं मेडिकल कचरा व अन्यत्र किसी प्रकार की कोई गंदगी नजर नहीं आया।गंदगी से अस्पताल का नाता नहीं देख इतना तो कहा ही जा सकता है कि अस्पताल में किसी मरीज को संक्रमण नहीं फैले इसके लिए सफाई पर पूरा ध्यान अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक,अस्पताल प्रबंधक के द्वारा दिया जाता है।जो स्वास्थ्य महकमा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।
वैसे अस्पताल काया कल्प के लिए क्वालीफाई है।कुछ जगह विभागीय उदासीनता के कारण अस्पताल कुछ कोरम को पूरा करने में सक्षम नहीं हो पाया।मरीजों के बेड पर बिछाये जाने वाले चादर में भी ये कमियां देखी गई।अस्पताल भवन के एक दो कमरे में लगे खिड़की को क्षतिग्रस्त पाया गया।कुल मिलाकर जो सामने आया है।उसमें अस्पताल मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने में अव्वल है। अस्पताल में सारी सुविधा उपलब्ध होने के बाद भी मरीजों को चिकित्सक के अभाव में समूचित इलाज का लाभ नहीं मिल पाता है पर डा. निलोफर ने बताया कि वैसे तो सभी अस्पताल में कमोवेश चिकित्सकों की कमी है।वैसे सभी अस्पताल को देखा जा रहा है कि कहां पर विशेषज्ञ और एमओ चाहिए।उसका आकलन किया जा रहा है।अस्पताल के चिकित्सकों, एएनएम, जीएनएम की की गई प्रतिनियुक्ति पर कहा कि इस संबंध में रेसनेलाइज किया जा रहा है।