मुंगेर विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। हाल ही में विश्वविद्यालय ने दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित संस्था विजनस डिजिटल एकेडमी के साथ एक स्मरण पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। यह समझौता विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद साबित होगा, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वेब डिजाइनिंग, वेब डेवलपमेंट और डिजिटल मार्केटिंग जैसे आधुनिक और रोजगारोन्मुखी क्षेत्रों में अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं।
तकनीकी शिक्षा के लिए कॉलेज स्तर पर शुरू हुआ अभियान
एमओयू के बाद विश्वविद्यालय ने तेजी से अपने विभिन्न कॉलेजों में इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। गुरुवार को जेआरएस कॉलेज, जमालपुर में एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें विजनस डिजिटल एकेडमी की ओर से एजेंसी के प्रतिनिधियों ने छात्रों को इन कोर्सों की जानकारी दी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे, जिन्होंने आधुनिक तकनीक से जुड़ी शिक्षा में गहरी रुचि दिखाई।
एजेंसी के निदेशक ने दी रोजगारोन्मुखी कोर्स की जानकारी
सेमिनार के दौरान एजेंसी के निदेशक अभिषेक भार्गव ने बताया कि संस्था की ओर से विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन रोजगारयुक्त कोर्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन कोर्सों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्किल डेवलपमेंट, वेब डिजाइनिंग, वेब डेवलपमेंट, और डिजिटल मार्केटिंग प्रमुख हैं उन्होंने बताया कि इन कोर्सों की शुल्क संरचना भी काफी सुलभ है। न्यूनतम ₹1500 और अधिकतम ₹4000 रूपये की फीस में विद्यार्थी इन कोर्सों का लाभ उठा सकते हैं। खास बात यह है कि विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किसी भी कॉलेज के छात्र इन कोर्सों में भाग ले सकते हैं।
नामांकन प्रक्रिया और फीस में भारी छूट
सेमिनार में एजेंसी के प्रतिनिधि शिवांश कुमार और दिनकर कुमार ने बताया कि इन सभी कोर्सों की पढ़ाई पूरी तरह से ऑनलाइन माध्यम से कराई जाएगी। विद्यार्थियों को विजनसडिजिटलएकेडमी डॉट कॉम वेबसाइट पर जाकर सीधे नामांकन लेना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि यदि विद्यार्थी एजेंसी के प्रतिनिधियों से संपर्क करते हैं, तो उन्हें एक विशेष कूपन कोड प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें फीस में 90 प्रतिशत तक की छूट मिल सकती है। यानी, छात्र बेहद कम लागत में उच्च गुणवत्ता की तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
प्रदर्शन के आधार पर प्लेसमेंट और फ्री कोर्स की सुविधा
अभिषेक भार्गव ने यह भी बताया कि एमओयू के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पहल यह है कि यदि कोई विद्यार्थी कोर्स में 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करता है, तो उसे एजेंसी की ओर से प्लेसमेंट का अवसर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि छात्रों को पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के लिए मार्गदर्शन और अवसर भी उपलब्ध होंगे। वहीं जिन विद्यार्थियों को 70 से 80 प्रतिशत अंक प्राप्त होंगे, उन्हें फ्री में दोबारा कोर्स करने का मौका मिलेगा। इससे उन्हें अपने कौशल को और बेहतर करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे भविष्य में उच्च अंक प्राप्त कर सकें और प्लेसमेंट के लिए योग्य बनें।
कुलसचिव का बयान: डिजिटल शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम
इस अवसर पर मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने कहा कि विश्वविद्यालय ने विजनस डिजिटल एकेडमी के साथ जो एमओयू किया है, वह छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर है। उन्होंने बताया कि लगातार कॉलेजों में सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं और छात्रों को डिजिटल शिक्षा के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस समझौते के तहत छात्र घर बैठे ही तकनीकी और आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे, जो उन्हें रोजगार के नए अवसरों से जोड़ेगा।
निष्कर्ष: तकनीकी शिक्षा से बदलेगा युवाओं का भविष्य
मुंगेर विश्वविद्यालय की यह पहल उन सभी विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी जो पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी और डिजिटल कौशल भी हासिल करना चाहते हैं। कम लागत, ऑनलाइन पढ़ाई और प्लेसमेंट की सुविधा जैसे लाभों के साथ यह कार्यक्रम निश्चित रूप से छात्रों के रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा योगदान देगा।