मुंगेर के वासुदेवपुर प्राथमिक विद्यालय चोरी कांड का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार

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मुंगेर जिले के वासुदेवपुर थाना क्षेत्र में स्थित प्राथमिक विद्यालय वासुदेवपुर में 26 मई की रात चोरी की एक बड़ी घटना सामने आई थी। यह विद्यालय स्थानीय बच्चों की शिक्षा का केंद्र है, और यहां हुई चोरी की वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। विद्यालय प्रशासन द्वारा जब अगली सुबह विद्यालय खोला गया, तो कई सामान गायब मिले, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि विद्यालय में रात के अंधेरे में चोरी की गई है।

चोरी की सूचना और प्राथमिकी दर्ज

घटना के संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा वासुदेवपुर थाना में एक लिखित शिकायत दी गई, जिसमें चोरी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत प्राथमिक दर्ज करते हुए जांच प्रारंभ की। पुलिस को संदेह था कि यह कार्य किसी स्थानीय गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया है, क्योंकि विद्यालय में बिना किसी शोर-शराबे के प्रवेश कर चोरी करना एक सुनियोजित योजना का हिस्सा हो सकता था।

पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई

वासुदेवपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम गठित की। इस टीम ने तकनीकी अनुसंधान के साथ-साथ स्थानीय सूचना तंत्र का भी सहारा लिया। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने तीन संदिग्धों की पहचान की। थानाध्यक्ष ने बताया कि तकनीकी जांच की मदद से आरोपियों की गतिविधियों को ट्रैक किया गया और उन्हें चिन्हित कर गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तारी और बरामदगी

पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान चंडी स्थान निवासी सन्नी कुमार, प्रवीण कुमार और गुड्डू कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने इन तीनों के पास से चोरी किए गए सामान को भी बरामद किया है। बरामद सामान में प्राथमिक विद्यालय से चुराए गए 06 पंखे और एक छोटा साउंड बॉक्स शामिल है। इन वस्तुओं को चोरी की रात विद्यालय से निकाल कर संभवतः इन चोरों ने अपने ठिकाने पर छिपा दिया था, जिसे पुलिस ने सटीक सूचना के आधार पर बरामद कर लिया।

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न्यायिक प्रक्रिया में अगला कदम

गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को वासुदेवपुर थाना लाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने अपने अपराध को स्वीकार किया और बताया कि उन्होंने विद्यालय से चोरी की योजना पूर्व से बनाई थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। अब आगे की जांच के लिए उनके पिछले आपराधिक रिकॉर्ड और चोरी किए गए सामानों को बेचने की कोशिशों की भी जांच की जा रही है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी गई, क्योंकि विद्यालय जैसे पवित्र स्थल को निशाना बनाना समाज के लिए एक शर्मनाक घटना है। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई और चोरी का सफल उद्भेदन होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि यदि इसी तरह से पुलिस सतर्कता बरतती रही, तो इलाके में अपराध की घटनाएं कम होंगी।

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