बाबा भोलेनाथ की कृपा से मिली संतान, तो आज माता-पिता ने नन्हे बम को अपने कंधे पर बिठाकर पैदल चले बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने बाबाधाम देवघर। कंधे पर बैठे नन्हां बम बोल रहा है बोल बम।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर कांवरिया पथ पर रोज आस्था की अलग-अलग कहानी का साक्षी बन रहा है बोल बम की इस कठिन यात्रा में शामिल हर कांबरिया की एक अलग कहानी है वह किस तरह से निराश हो चुका था और भोलेनाथ ने उसकी रिक्त झोली को खुशियों से भर दिया। अपने पुत्र और पुत्री को कंधे पर बिठाकर पैदल बाबा धाम जा रही रानी की भी भोलेनाथ के कृपा से ही संतान की प्राप्ति हुई। वह संतान प्राप्ति के बाद पहली बार बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने बाबाधाम जा रही हैं।
वही गया जिले के फतेहपुर प्रखंड निवासी दिनेश मांझी व रानी देवी की शादी 2009 में हुई थी। शादी के बाद पुत्र रत्न की प्राप्ति नहीं हो रही थी। जिसके बाद बाबा भोलेनाथ से मन्नत मांगी। और बाबा भोलेनाथ ने मन्नत सुनी और 2020 में एक पुत्री की प्राप्ति हुई। इस के साथ ही 2022 में बाबा भोलेनाथ ने एक पुत्र देकर सारी मनोकामना ही पूर्ण कर दी। जो अभी बेटी ढाई साल और बेटे 8 माह के हो गए है। वाह दोनों मम्मी पापा के साथ कंधे पर बैठ कर नन्हा बम बनकर बाबा का जलाभिषेक करने के लिए निकले हैं।
वही पिता दिनेश मांझी ने कहा कि कांवरिया पथ पर बाबा का नाम लेते ही सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। और बाबा भोलेनाथ की भक्ति में पूरा परिवार के साथ चलते जा रहे हैं। बच्चे को कभी पैदल तो कभी कंधे पर बिठा कर के ले जा रहे हैं। वही पत्नी रानी देवी ने कहा कि बाबा भोलेनाथ की कृपा से संतान की प्राप्ति हुई है। बाबा ने मुझे संतान देकर सारी मनोकामना ही पूर्ण कर दी है। और सुल्तानगंज से जल भर कर अपने बेटी और बेटे के साथ बाबा का जलाभिषेक कर बाबा धाम देवघर जा रहे हैं।