बिहार के मुंगेर जिले में एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना सामने आई है। यह हादसा बरियारपुर-खड़गपुर मुख्य मार्ग के फोर लाइन के पास घटित हुआ, जहां एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने बाइक सवार एक ही परिवार के चार सदस्यों को जोरदार टक्कर मार दी। यह दुर्घटना रविवार की दोपहर के आसपास हुई, जब पीड़ित परिवार अपनी मासूम बच्ची को डॉक्टर से दिखा कर वापस घर लौट रहा था।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कॉर्पियो बहुत तेज रफ्तार में आ रही थी और फोर लाइन के मोड़ पर नियंत्रण खो बैठी। उसी समय एक बाइक पर सवार बाप, बेटा, बहू और एक 7 महीने की मासूम बच्ची घर लौट रहे थे। तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने अचानक बाइक में जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक दूर तक फिसलती चली गई और सभी सवार सड़क पर गिर पड़े।
घायलों की पहचान और स्थिति
हादसे में घायल हुए लोगों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- सुनील मंडल (55 वर्ष) – शामपुर थाना क्षेत्र के कैथी धपरी गांव के निवासी, जो परिवार के मुखिया हैं।
- छोटू कुमार (30 वर्ष) – सुनील मंडल के बेटे और बाइक चालक।
- संगीता कुमारी (22 वर्ष) – छोटू कुमार की पत्नी।
- राधिका कुमारी (7 माह) – छोटू और संगीता की मासूम बच्ची।
चारों ही गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पहुँचकर सभी घायलों को उठाया और एंबुलेंस बुलाकर मुंगेर सदर अस्पताल भेजा।
संगीता कुमारी का बयान
घटना के बाद घायल संगीता कुमारी ने बताया कि वह अपनी 7 महीने की बच्ची राधिका को डॉक्टर से दिखाने मुंगेर आई थीं। डॉक्टर को दिखाने के बाद वे चारों बाइक से वापस अपने गांव लौट रहे थे। जब वे बरियारपुर-खड़गपुर फोर लाइन के पास पहुँचे, तभी तेज रफ्तार से आ रही स्कॉर्पियो ने उन्हें सामने से टक्कर मार दी। संगीता ने कहा, “हमें कुछ समझ में नहीं आया, अचानक एक तेज धमाके की आवाज आई और हम सब सड़क पर गिर पड़े। मेरी बच्ची भी जोर से रोने लगी।”
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही बरियारपुर थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को सदर अस्पताल भेजा और स्कॉर्पियो और बाइक को जब्त कर लिया। पुलिस के अनुसार, स्कॉर्पियो चालक घटनास्थल से फरार हो गया है, लेकिन उसके वाहन की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों के खतरे को उजागर करता है। फोर लाइन जैसे व्यस्त मार्ग पर अक्सर तेज रफ्तार वाहन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में अक्सर ऐसे हादसे होते रहते हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
स्थानीय लोगों की मांग
घटना से नाराज़ स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। साथ ही स्कॉर्पियो चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
फिलहाल की स्थिति
सदर अस्पताल में चारों घायलों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, सभी की हालत स्थिर है लेकिन बच्ची और संगीता कुमारी की स्थिति थोड़ी नाजुक बनी हुई है। परिवार के अन्य सदस्य अस्पताल में मौजूद हैं और सभी पीड़ितों की देखभाल में लगे हुए हैं।