मुंगेर में कुछ अधिवक्ताओं द्वारा अपमानजनक टिप्पणी करने के विरोध में महिला अधिवक्ताओं ने खोला मोर्चा। विधिज्ञ संघ परिसर में संघ की महासचिव रानी कुमारी के नेतृत्व में महिला अधिवक्ता बैठी धरने पर और किया विरोध प्रदर्शन। वहीं संघ के अध्यक्ष और अधिवक्ताओं ने महा सचिव के सारे आरोपों को किया सीरे से खारिज।
दरअसल अधिवक्ताओं को समाज में बुद्धिजीवी तबका माना जाता है। पर आज वहीं तबका एक दूसरे के विरुद्ध बयानबाजी पर उतर आया है। जी हां ऐसा ही कुछ मामला मुंगेर जिला विधिज्ञ संघ में देखने को उस समय मिला। जब संघ कि महा सचिव रानी कुमारी विधिज्ञ संघ कार्यालय परिसर मे न्याय कि देवी के आगे धरना पर बैठ न्याय कि गुहार लगाती नजर आई।
धरना पर उनकी कुछ सहयोगी भी उनके साथ थी। जिन्होंने हाथों मे छोटे छोटे पंपलेट ले रखा था। जिसपर लिखा था- महिलाओं का अपमान नहीं सहेंगे, महिला उत्पीड़न नहीं सहेंगे, महिलाओ पर अन्याय नहीं सहेंगे आदि नारे लिखे थे। जिसके बारे मे पूछने पर पता चला कि संघ के कुछ अधिवक्ताओं के द्वारा उनके विरुद्ध अपशब्दों का प्रयोग किया है।
जिसको लेकर वो धरना पर बैठी है। और वो उन अधिवक्ताओं को माफी मांगने को कह रही है। साथ ही संघ के अध्यक्ष शशिशेखर सिंह पर संघ में मनमानी करने का आरोप लगाया है। पर वहीं संघ के अध्यक्ष शशिशेखर सिंह और अधिवक्ता अनिल भूषण ने महा सचिव रानी कुमारी के सारे आरोपों को सीरे से खारिज कर दिया है।