बेगूसराय जिले के समोह सलाह गांव निवासी 35 वर्षीय रामचंद्र महतो, जो पेशे से एक मजदूर था, की एक दुखद दुर्घटना में मौत हो गई। बताया गया कि वह सेंटरिंग खोलने का काम कर रहा था, तभी असंतुलन की वजह से नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना बुधवार की शाम की है, जब वह अपने ससुराल मैदनी चौकी में रहकर कार्य कर रहा था। गिरने के बाद उसे वहीं एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार सुबह उसकी हालत बिगड़ने पर बेहतर इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
काम के दौरान घटी दुर्घटना
रामचंद्र महतो अपने ससुराल में रहकर मजदूरी का कार्य करता था। वह एक निर्माणाधीन इमारत में सेंटरिंग का काम कर रहा था। सेंटरिंग खोलने के दौरान वह अचानक नीचे गिर गया। गिरने के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर मौजूद लोगों ने उसे पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी प्रारंभिक चिकित्सा की गई।
स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर सदर अस्पताल रेफर
निजी अस्पताल में इलाज के बाद भी रामचंद्र की हालत में कोई खास सुधार नहीं हो रहा था। डॉक्टरों ने स्थिति को गंभीर बताते हुए उसे मुंगेर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। गुरुवार सुबह उसके परिजन उसे लेकर मुंगेर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद रामचंद्र को बचाया नहीं जा सका और इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
परिजनों में छाया मातम
रामचंद्र की मौत की खबर मिलते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी, बच्चे और अन्य परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए। गांव और ससुराल दोनों जगह मातम छा गया। रामचंद्र अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसकी असामयिक मौत ने परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है।
स्थानीय लोगों में भी शोक की लहर
रामचंद्र की मौत की खबर फैलते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोग भी इस हादसे से बेहद दुखी हैं। लोगों ने बताया कि रामचंद्र एक मेहनती और शांत स्वभाव का इंसान था। वह अपने काम में निपुण था और हमेशा जिम्मेदारी से कार्य करता था।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शुरू की जांच
जैसे ही पुलिस को रामचंद्र की मौत की जानकारी मिली, वह मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि दुर्घटना किस प्रकार से घटी। साथ ही निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर भी जांच की जा रही है।
प्रशासन से सहायता की मांग
रामचंद्र के परिजनों और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है। उनका कहना है कि रामचंद्र परिवार का एकमात्र सहारा था और उसकी मौत से पूरे परिवार की जीविका संकट में पड़ गई है। ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजा और सरकारी सहायता की मांग की है ताकि उसके बच्चों और पत्नी की देखभाल हो सके।