मुंगेर में गुपचुप और चौमिन खाने से एक ही गांव के 50 से अधिक लोग बीमार

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मुंगेर में गर्मी के मौसम आते ही जिले में डायरिया का प्रकोप बढ़ने लगा है। ऐसा ही एक मामला मुंगेर जिला अंतर्गत टेटिया बंबर प्रखंड से आ रही है। जहां कल बुधवार की शाम गुपचुप और चाऊमीन खाने से एक गांव के लगभग 50 से अधिक लोग डायरिया के शिकार हो गए। जिसके बाद आनन-फानन में परिजनों द्वारा पीड़ित मरीज को स्थानीय निजी क्लीनिक के अलावे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संग्रामपुर में भर्ती कराया गया। जबकि गंभीर मरीजों को जमुई के अलावे भागलपुर मायागंज में इलाज कराया जा रहा है। जिनमें अभी लगभग आधा दर्जन मरीज की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जबकि 40 से अधिक डायरिया पीड़ित मरीज ठीक होकर वापस घर आ गए हैं।

इधर घटना की जानकारी लगते ही सिविल सर्जन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आए और आनन-फानन में आज गुरुवार को डायरिया पीड़ित गांव में शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है और पीड़ित मरीजों के बीच जरूरतमंद दवाई का वितरण किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक टेटिया बंबर प्रखंड क्षेत्र के नोनाजी पंचायत अंतर्गत भंडार गांव में मंगलवार की शाम एक फुटकर दुकानदार गोलगप्पा और चौमिन बेचने के लिए आया हुआ था। और वह दुकानदार से गांव के कई लोग गोलगप्पे और चौमिन खाया। उसे गोलगप्पा और चौमिन के फूड प्वाइजनिंग की वजह से बुधवार की सुबह से ही एक-एक कर ग्रामीणों की तबीयत खराब होने लगी और देर शाम तक लगभग 50 से अधिक ग्रामीण डायरिया के शिकार हो गए। जिसके बाद गांव में खलबली मच गई।

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स्थिति गंभीर होता देख मरीज के परिजनों द्वारा स्थानीय संग्रामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावे निजी डॉक्टर के यहां ले जाया गया। इसके अलावा गंभीर मरीजों को जमुई और भागलपुर इलाज के लिए भेजा गया है। जिसमें अभी भी ऐसे लगभग आधा दर्जन मरीज डायरिया पीड़ित है। जिसका गंभीर हालत में इलाज चल रहा है और वह चिकित्सकों के मुताबिक खतरे से बाहर बताया जा रहा है। घटना के बाद पीड़ित लोगों ने बताया कि मंगलवार की शाम गांव में एक फुटकर दुकानदार ठेला पर गोलगप्पा और चौमिन बेचने के लिए आया था। और वह गांव में घूम घूम कर गोलगप्पा और चौमिन को बेच रहा था जिसका कई ग्रामीणों ने सेवन किया और फूड प्वाइजनिंग की वजह से ही बुधवार की सुबह से सभी लोग डायरिया का शिकार हो गए। इस घटना में 50 से अधिक लोग डायरिया पीड़ित हो चुके हैं जिस में अभी भी कई लोगों का गंभीर हालात में जमुई और भागलपुर में इलाज जारी है।

जबकि गुरुवार को पीड़ित गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने आए चिकित्सक डॉ प्रणव कुमार ने कहा कि इस गांव में गोलगप्पा और चौमिन खाने की वजह से बहुत लोग बीमार हो गए हैं। और लगभग सभी लोग डायरिया पीड़ित हो चुके हैं। इसमें अभी भी कुछ लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है जिसका जमुई और भागलपुर में इलाज जारी है। मीडिया में खबर आने के बाद और हम लोगों के वरीय पदाधिकारी के द्वारा निर्देश मिलने के बाद आज गुरुवार की सुबह से हम लोगो भंडार गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाकर पीड़ित मरीज के अलावे सभी ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच कर उचित दिशा-निर्देश के अलावे जो भी जरूरतमंद दवाई दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तत्काल अभी गांव में हालात सामान्य स्थिति में है।

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