इस युग में भी कई एसे बेटे है जो आज भी माता पिता को अपना भगवान मान उनकी पूजा करते है। ऐसा ही नजारा मुंगेर जिला के कच्ची कांवड़िया पथ पर देखने को मिला जहां कलयुग के श्रवण कुमार के द्वारा कांवड़ नुमा बहंगी बना उस पर वृद्ध मां को बिठा बाबाधाम जाते दिखे । यह नजर देख अन्य कांवड़िया भी हैरान हो गए। और देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर जिला अंर्तगत कच्ची कांवरिया पथ पर सुल्तानगंज गंगा घाट से जल लेकर बाबा धाम जाने का सीलसिला प्रारंभ हो चुका है। जबकि विधिवत उद्घाटन आज 4 जुलाई को होना है । इस दौरान विभिन्न ढंग के कांवरिया भी बाबा धाम जा रहे है। एक ऐसा ही खगड़िया जिला से आए कांवरिया जो इस कलयुग में श्रवण कुमार की तरह ही अपने वृद्ध माता को बहंगी में बिठा 105 किलोमीटर लंबा सफर पैदल तय कर बाबाधाम के लिए निकल पड़ा है।
इस मामले में श्रवण कुमार बना बेटा खगड़िया निवासी रंजीत ने बताया की पिछले साल उनकी मां बीमार थी और वो बाबाधाम जा रहे थे तो उसी समय प्रण किया था की अगर उनकी मां ठीक हो गई तो वो इस साल मां द्रोपदी देवी को बहंगी पर लेकर बाबाधाम जायेगें इसी प्रण को पूरा करने के लिए वे अपने अन्य दो भाई और परिवार के साथ माता को कांवर नुमा बहंगी पर बिठाकर दो भाइयों के द्वारा उसे कंधे पर उठा बाबाधाम महादेव का जलाभिषेक करने निकल पड़े है।
और उसके साथ पूरा परिवार भी इस इस यात्रा में शामिल हो उन तीनो भाइयों और बूढ़ी माता का सहयोग दे रहे है। कंबरिया पथ पर इस कलयुग में श्रवण कुमार को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। और लोगों ने उनके बेटे को जमकर तारीफ की और कहा कि बेटा हो तो ऐसा।