मुंगेर में अंग क्षेत्र का लोक पर्व बिहुला विषहरी पूजा की शुरुआत हो चुकी है। बिहुला विषहरी पूजा जिले में जगह-जगह पर हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। बिहुला विषहरी पूजा को लेकर एक ओर जहां पूजा कमेटी के सदस्यों द्वारा आकर्षक तरीके से मंदिर को सजाया गया है तो वहीं श्रद्धालुओं में भी बिसहरी मेला को लेकर काफी उल्लास है। बिहुला- विषहरी पूजा की शुरुआत बुधवार से हुई है जिसमें पहला दिन बाला लखंदर का मंडप पूजन किया गया।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
गुरुवार की देर शाम बाल विश्व हरि की शादी को लेकर जगह-जगह पर आकर्षक झांकी के साथ बारात निकाली गई और देर रात तक शादी समारोह संपन्न हुई। शुक्रवार को कमेटी के सदस्यों द्वारा सभी जगह पर मेला का आयोजन किया गया है और शनिवार को प्रतिमा का विसर्जन कर दिया जाएगा। इस मौके पर कई जगह पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावे रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।
वहीं अगर मुंगेर शहरी क्षेत्र की बात करें तो लगभग 40 जगहों पर बाला विश्वरी प्रतिमा को स्थापित किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा मुंगेर शहर के बीच बड़ी बाजार में जो बाला विश्वरी की प्रतिमा बैठाया गया है उस प्रतिमा के बीच कई तरह के ऐसे प्रतिमा भी झांकी के तौर पर बनाया गया है जो कि यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। यहां मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए इस प्रतिमा पंडाल में बागेश्वर बाबा की प्रतिमा बनाया गया है जो कि यहां आने वाले श्रद्धालु बागेश्वर प्रतिमा के साथ मोबाइल में सेल्फी लेते दिख रहे है।
वही इस के बारे में मेला कमेटी के सदस्य गोविंद मंडल ने बताया कि बाला बिसहरी प्रतिमा के साथ जो बागेश्वर बाबा का प्रतिमा बनाया गया है यह सनातन धर्म की प्रचार करने के साथ-साथ हिंदुओं की एकता की मिसाल करने के लिए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि अभी बागेश्वर बाबा का पूरे बिहार में खास चर्चा है और इस पंडाल में प्रत्येक बार अलग-अलग थीम पर एक अलग प्रतिमा को बनाया जाता है जिस कारण इस बार पूरे बिहार में बागेश्वर बाबा छाए हैं इसी को लेकर मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए बागेश्वर बाबा की प्रतिमा को बनाया गया है।