मुंगेर में होली के समाप्त होते ही सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी देखी गई है। खासकर इमरजेंसी वार्ड में, जहां एक बेड पर दो-दो मरीज इलाज कराते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह स्थिति अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चिंता का विषय बन चुकी है।
मरीजों की बढ़ती संख्या और वार्ड में परेशानी
होली के बाद, मुंगेर के सदर अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड और ओपीडी (आउटडोर पेशेंट डिपार्टमेंट) में मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस बढ़ी हुई संख्या के कारण अस्पताल के बेड की कमी हो गई है। अब एक बेड पर दो-दो मरीज इलाज करवा रहे हैं, जिससे न केवल मरीजों को दिक्कत हो रही है, बल्कि इलाज की प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गई है।
मारपीट के मामलों में वृद्धि
इस बढ़ी हुई संख्या के बीच सबसे अधिक मामले मारपीट के सामने आ रहे हैं। होली के दौरान हुड़दंग और मस्ती के कारण कई लोग एक दूसरे से झगड़ पड़ते हैं, जिसके कारण अस्पताल में मारपीट के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि ये मामले खासकर होली के दिन के बाद अधिक सामने आते हैं। इस दौरान कई लोग नशे की हालत में होते हैं, जिससे झगड़े की घटनाएं बढ़ जाती हैं।
स्वास्थ्य समस्याएं और मौसम का प्रभाव
इसके अतिरिक्त, अस्पताल में पेट दर्द, सीने में जलन, सिरदर्द, सांस लेने में परेशानी जैसी अन्य सामान्य बीमारियों के मरीज भी भर्ती हो रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण भी कई प्रकार की बीमारियों में वृद्धि हो रही है। सर्दी-गर्मी के इस मौसम में वायरल बुखार, खांसी-जुकाम, ब्रीदिंग समस्याएं और पेट संबंधित समस्याओं के मरीज बढ़ रहे हैं। इन समस्याओं के लिए मरीजों को अस्पताल में इलाज की आवश्यकता हो रही है।
अस्पताल में दवाइयों की कोई कमी नहीं
इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि सदर अस्पताल में दवाइयों की कोई कमी नहीं है। सभी मरीजों का इलाज समय पर किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी है और जो भी दवाइयां उपलब्ध हैं, उनका सही तरीके से उपयोग किया जा रहा है। हालांकि, बढ़ती संख्या के कारण अस्पताल में कार्यभार बढ़ गया है, लेकिन सभी डॉक्टर और अस्पताल कर्मचारी अपनी पूरी मेहनत से मरीजों की देखभाल कर रहे हैं।