मुंगेर में दो दिन पूर्व हुए अपहरण कांड का पुलिस ने किया खुलासा। अपहरणकर्ताओं ने अजीत जोगी की पहाड़ पर ले जाकर गला घोंट कर कर दी थी हत्या। मौत का सबूत के तौर पर बनाया वीडियो। पुलिस ने इस घटना में शामिल आठ आरोपियों को किया गिरफ्तार, तीन अब भी है फरार, नौकरी के नाम पर पैसे लेकर नहीं लौटाने पर हुई हत्या, एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का किया खुलासा।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर में 28 दिसंबर को बरियारपुर थाना क्षेत्र के काला टोला निवासी पूर्व जिला परिषद सदस्य इंदु देवी ने बरियारपुर थाना में आवेदन देकर अपने पति के अपहरण की आशंका जताते हुए एफआईआर दर्ज कराया था। वहीं पुलिस ने त्वरित अनुसंधान प्रारंभ कर अपहृत की बरामदगी के लिए कारवाई शुरू कर दी। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि अपहृत अजीत जोगी एक स्कार्पियो से जमालपुर की ओर निकले हैं। जिसके बाद पुलिस ने उक्त स्कार्पियो की पहचान कर ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।पूछताछ में ड्राइवर विक्की ने बताया की जितेंद्र कुमार सहित अन्य लोगों के द्वारा धरहरा प्रखंड के लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के बोढ़ना पहाड़ पर ले जाकर उसकी हत्या कर शव को वहीं फेंक दिया गया है। जिसके बाद जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर अजीत जोगी का शव बरामद किया।
वही एसपी जग्गूनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया की नौकरी लगाने के नाम पर अजीत जोगी पैसा ठग लिया था। इसी में खगड़िया जिला के प्रमोद महतो से मृतक ने मोटी रकम की ठगी की थी और वापस नहीं कर रहा था। प्रमोद महतो ने ही इस घटना की साजिश रचते हुए लोकल अपराधी जितेंद्र कुमार टुनटुन से संपर्क कर अजीत जोगी की हत्या करने की सुपाड़ी दी।वहीं इन दोनों ने सभी अपराधियों को उसकी हत्या करने पर पांच पांच लाख रुपए देने की बात कही थी। उन्होंने बताया कि घटना के बाद इन लोगों के द्वारा उसका वीडियो भी बनाया गया था वो मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अपराधकर्मियों ने अजीत जोगी का गला घोंट कर हत्या की है। पुलिस के द्वारा शव को बरामद कर पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। इस मामले में फरार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। जल्द ही सभी बाकी अपराधी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।