मुंगेर में 1000 फीट की ऊंचाई पहाड़ पर अवस्थित बाबा ऊंचेस्वरनाथ महादेव मंदिर देवघरा अपनी पौराणिक कथाओं को लेकर काफी चर्चित है। शिवरात्रि के मौके पर यहां भव्य मेला का होता है आयोजन जिसकी तैयारी लगभग पूरी हो गई है।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलो मीटर दूर टेटिया बंबर प्रखंड स्थित पहाड़ पे अवस्थित बाबा बाबा ऊंचेश्वरनाथ महादेव मंदिर देवघरा अपने पौराणिक कथा को ले काफी चर्चित है। ऊंचेस्वरनाथ महादेव मंदिर को लोग इसे महाभारत काल से जोड़ के देखते है। प्रचलित लोक कथाओं के अनुसार महाभारत काल में पांडव अपने अज्ञातवास बिताए थे। यहां भीम ने बाबा महादेव की कठिन तपस्या की थी। इसके बाद महादेव ने भीम को गदा प्रदान किया और पांडवों ने ही इस मंदिर कि यहां स्थापना कि थी। साथ ही मंदिर के पास बना शिव गंगा लोगों का ध्यान अपनी और खींच लेता है।
वही एक हजार फीट की उंचाई पर पहाड़ पर अवस्थित बाबा ऊंचेश्वर नाथ महादेव मंदिर श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ रहता है। चारों तरफ पहाड़ी से घिरे और मंदिर के समीप का तालाब लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेता है। वही शिव रात्रि में यहां भव्य मेले का आयोजन होता है। जिसकी तैयारी पूरी हो गई है। इस मेले में मिना बजार, तारामची, ब्रेक डांस, आदि सहित तरह तरह के झूले और लकड़ी से बनी फनीचर और लोहे के समान,पथ्थर का बना सिल्ला रोढ़ी,चक्की की बिक्री के लिए लोगों की भीड़ देखी जाती है। वही बाबा ऊंचेश्वरनाथ महादेव मंदिर देवघरा को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किए जाने की असीम संभावनाएं हैं।