मुंगेर में सातवें वेतनमान के बकाया की राशि के भुगतान, संविदा कर्मियों को राज्य सरकार के संविदाकर्मियों के समान सुविधा उपलब्ध कराने तथा वार्षिक वेतनवृद्धि का लाभ दिए जाने सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर और काला बिल्ला लगाकर किया विरोध प्रदर्शन।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल बिहार राज्य विश्वविद्यालय व महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर है और काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है,हड़ताल के दूसरे दिन जहां महासंघ के आह्वान पर सभी 17 अंगीभूत कालेजों की इकाई के सदस्य सातवें वेतनमान के बकाया राशि भुगतान आदि की मांग को लेकर
हड़ताल पर बैठे शिक्षणेत्तर कर्मी अपनी मांगों को पूरा करने को लेकर मुंगेर यूनिवर्सिटी में लगातार नारेबाजी करते देखे गए साथ ही कर्मियों के द्वारा काला बिल्ला लगाया तथा खुद को कार्य से दूर रखा।
इसके कारण कालेजों में संचालित नामांकन को लेकर दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया बाधित हो गई। वर्तमान समय में एक ओर जहां स्नातक सेमेस्टर-वन के आन स्पाट नामांकन की प्रक्रिया संचालित की जा रही है, वहीं दूसरी ओर आठ अगस्त तक स्नातक पार्ट-दो की नामांकन प्रक्रिया पूरी की जानी थी। लेकिन शिक्षणेत्तर कर्मियों के दो दिवसीय हड़ताल के कारण यह प्रक्रिया बाधित हो गई। इसके कारण विश्वविद्यालय को दोनों सत्रों की नामांकन प्रक्रिया की तिथि को नौ व दस अगस्त के लिए बढ़ा दिया गया।
इसके साथ ही विश्वविद्यालय मुख्यालय सहित सभी 17 अंगीभूत कालेजों में सभी प्रकार की गतिविधि ठप पड़ गई।हड़ताल पर बैठे कर्मियों ने कहा बावजूद इसके इनकी मांगे नही मानी गई तो ये लोग अपने आन्दोल कि रफ्तार और तेज करेंगे।वहीं दूसरी ओर मुंगेर विश्वविद्यालय के रजिस्टार कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने कहा कि हड़ताल कर्मियों के पांच सदस्यीय टीम कि वार्ता मुंगेर विश्वविद्यालय के VC से हुई और इस वार्ता में विश्वविद्यालय स्तर पर इनकी जो मांगे है उन्हें मान ली गई है बांकी के शेष मांगों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन प्रयास कर रही है।