मुंगेर सदर अस्पताल में चार जनवरी से इलाजरत सफियासराय थाना क्षेत्र के भागीचक निवासी 60 वर्षीय मरीज सुभाष पासवान की मौत संभवत: ठंड लगने से हो गई। वह मुंगेर सदर अस्पताल के पुरूष सर्जिकल वार्ड में बेड नंबर 17 पर भर्ती था। और सोमवार 06 जनवरी की सुबह इमरजेंसी वार्ड के सामने पीपल पेड़ के नीचे वह मृत पड़ा मिला।
वार्ड ब्वॉय के अलावा सर्जिकल वार्ड में इलाजरत अन्य मरीजों ने बताया कि मरीज अपने बेड पर स्थिर नहीं रहता था। वह अक्सर अपने बेड से उठ कर इधर-उधर घूमने चला जाता था। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण आस पास के मरीज और वार्ड ब्वॉय भी उस पर ध्यान नहीं देते थे। संभवना जताई जा रही है कि रात में मरीज वार्ड से निकल कर इमरजेंसी वार्ड की ओर गया होगा, जहां पेड़ के नीचे बने चबूतरा पर बैठने के दौरान ठंड लगने से उसकी मौत हो गई होगी।
हालांकि मरीज का शव मिलने पर अस्पताल के वार्ड ब्वॉय द्वारा उसके बीएसटी पर लिखे मोबाइल नंबर पर फोन कर परिजनों को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर परिजन अस्पताल पहुंचे और बिना पोस्टमार्टम कराए शव को अपने साथ ले गए। उक्त मरीज को 04 जनवरी की शाम 7.30 बजे परिजनों द्वारा सदर अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जो दम्मा का पेसेंट था और मानसिक रूप से भी कमजोर था।
वही इस मामले में मुंगेर सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा.रमण कुमार ने बताया कि मृत मरीज अस्थमा का पेसेन्ट था और मेन्टल डिर्स्टब था। मरीज की हिस्ट्री के अनुसार उसको एक बार पैरालाइसिस अटैक भी आ चुका था। कड़ाके की ठंड के कारण संमभवत: ठंड से अटैक हुआ होगा। बीएसटी पर अंकित मोबाइल नंबर पर फोन कर अस्पताल कर्मी द्वारा उसके परिजन को सूचना दी गई।
सूचना पर पहुंचे परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव को अपने साथ ले गए। उपाधीक्षक ने कहा कि ठंड लगने से मौत की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि कड़ाके की ठंड में बीपी फ्लकचूएशन के कारण अटैक आ सकता है।