इस ठंड में आश्रय विहीन गरीबों और रात में बाहर से आने वालों लोगों के लिए मुंगेर शहर में तीन स्थान पर बना है 100 बेड का रैन बसेरा। जहां निगम के द्वारा किया गया है समुचित प्रबंध। सोने के लिए बेड से लेकर कम्बल और स्वच्छ पानी के साथ मोबाइल चार्जिंग की भी है व्यवस्था।
दरअसल मुंगेर में आश्रय विहीन गरीबों और रात के समय बाहर से शहर पहुंचने वाले लोगों को रात में आश्रय उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम द्वारा 03 स्थानों पर 100 बेड का रैन बसेरा बनाया गया है। तीनों रैन बसेरा में बेड, तोशक, तकिया, मच्छरदानी, कम्बल का प्रबंध नि:शुल्क किया गया है। इसके अलावा रौशनी, पेयजल के लिए आरओ तथा शौचालय की व्यवस्था की गई है। वही दो टाइम साफ-सफाई भी नगर निगम द्वारा कराई जाती है।
शीतलहर और कड़ाके की ठंड में कोई भी व्यक्ति रैन बसेरा में पहुंच कर रात गुजार सकता है। डेएनयूएलएम राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन दीन दयाल अन्तोदय योजना के तहत संचालित तीनों रैन बसेरा में एक-एक मैनेजर के अलावा तीन केयर टेकर की नियुक्ति की गई है। और आठ-आठ घंटे के शिफ्ट में केयर टेकर रैन बसेरा में रात गुजारने के लिए पहुंचने वाले लोगों को बेड, कंबल, तकिया, चादर, कम्बल उपलब्ध कराते हैं। वही केयर टेकर ने बताया कि यहां आने वाले लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती है।
रात गुजारने वाले लोगों ने भी बताया कि यहां काफी अच्छी व्यवस्था है वो भी निःशुल्क है। जिससे उनकी इस ठंड में भी रात बड़े आराम से गुजर जाती है। हालांकि प्रचार प्रसार के अभाव में बहुत लोगों को रैन बसेरा की जानकारी नहीं है ।।जिस कारण अभी और लोग रात्रि में इन रैन बसेरों में नहीं पहुंच पा रहे है । जिसको लेकर जागरूकता चलाने की आवश्यकता है।