मुंगेर में एक सप्ताह से गायब रेलकर्मी की हुई घर वापसी, जो कहा जानकर रह जाएंगे हैरान

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मुंगेर में पिछले एक सप्ताह से गायब रेल कर्मी का बड़े ही नाटकीय ढंग से हुआ घर वापसी । सात दिन पूर्व 01 अगस्त को सुबह 7 बजे रेल कारखाना में ड्यूटी के लिए रेल कर्मी अशोक कुमार यादव हो गया था गायब। परिजनों को सता रही थी किसी अनहोनी की आशंका । पुलिस सीसीटीवी कैमरे को थी खंगालने में जुटी। रही बड़े नाटकीय अंदाज में मिला रेल कर्मी।

दरअसल 1 असस्त को जमालपुर थाना अंतर्गत दौलतपुर रेल कॉलोनी निवासी अशोक यादव जब सुबह सात बजे अपने क्वाटर से रेल कारखाना जमालपुर के लिए निकला और कारखाना भी नही पहुंचा और इस वक्त से ही वो गायब हो गया । जिसे परिजनों के काफी ढूंढा , जब वो कहीं नहीं मिला तो परिजनों ने इसकी शिकायत जमालपुर थाने को दी।

वहीं पुलिस इस गुमशुदा को तलाशने के लिए रास्ते के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ साथ रेल कारखाना में पहुंच उसके दोस्तों के अलावा परिवार जनों से लगातार पूछताछ कर ही रही थी की तभी बड़े ही नाटकीय ढंग से रेलकर्मी की घर वापसी हो गई। गायब रेल कर्मी ने जो बताया वो काफी चौकाने वाला था । रेलकर्मी अशोक ने बताया की जब वह जमालपुर गोल्फ मैदान हो कारखान जा रहा था तभी दो अनजान लड़के मिले और उससे काली पहाड़ी दिखने को कहा तो वे उन दोनो को काली पहाड़ी दिखाने ले गया।

पर थोड़े दुर पहुंचते ही एक लड़के ने उसे पीछे से पकड़ लिया और एक ने उसके आंख पे पट्टी बांध पहाड़ पे लेते चला गया । पर उन लड़कों के बॉस ने कहा की तुम गलत आदमी को ले आए हो । इसे छोड़ दो । पर गिर भी इन लोगों ने रेल कर्मी को एक सप्ताह अपने साथ पहाड़ पे ही रखा। और उसके बाद उसे दशरथपुर में छोड़ दिया । अब पुलिस अभी असमंजस की स्थिति में है की आखिर वो कौन लोग थे जो इसे ले गए । या रेलकर्मी झूट बोल रहा है । क्यों की काली पहाड़ी नक्सल प्रभावित इलाका है । और उस इलाके में नक्सलियोंके संरक्षण के बिना कुछ नही हो सकता है।

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