मां ने कहा मेरी बेटी कि तरह बिहार पुलिस में कार्य करने वाली बेटियों का हर्ष न हो इस लिए सरकार से न्याय कि करती है मांग । तो भाई ने कहा हिंदू बन मेरी बहन को प्रेम जाल में फंसा हत्या करने वाले मुस्लिम लड़का हसन अरसद को फांसी से कम सजा नही मिलनी चाहिए । कटिहार जिले में हुए सिपाही प्रभा भारती हत्या मामले में मां और भाई ने सरकार और पुलिस पदाधिकारियों से लगाई गुहार।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल पूरा वाक्या मुंगेर जिला अंतर्गत जमालपुर थाना क्षेत्र के फरीदपुर दास टोला निवासी शिक्षक मनोज दास कि बेटी बिहार पुलिस जवान मृतक प्रभा भारती के हत्या से जुड़ा है । प्रभा भारती की हत्या हिंदू लड़का हर्ष बन प्रेम जाल में फंसाने वाला हसन अरसद ने 8 फरवरी को कटिहार जिला अंतर्गत कोढ़ा थाना क्षेत्र के भटवारा पंचायत के पास कर दी जब वह छुट्टी से ड्यूटी ज्वाइन करने कटिहार जा रही थी । हत्या के बाद से मृतक प्रभा भारती के पैतृक घर मुंगेर में मातम का माहौल है। सभी का रो रो के बुरा हाल है। वहीं इस मामले में मृतका कि मां आशा देवी के आंख के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रही है।
आशा देवी ने बताया की जब उसकी बेटी प्रभा भारती को पता चला की छोटू उर्फ हसन अरशद ने नाम बदलकर प्रेम संबंध रचाया और अब शादी का दबाव बना रहा है । तो प्रभा ने उससे ब्रेकअप कर लिया पर तब भी अरसद ने उसे कई बार धमकाया भी वो उससे शादी कर ले नही तो उसे वो मार देगा। जिसको लेकर प्रभा ने अन्य वरीय अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी दी पर किसी ने नहीं सुनी । आगे उसकी मां कहती है आज उसकी बेटी इस दुनिया में नहीं रही। पर अन्य बेटियों के साथ कोई हसन , हर्ष बन प्रेम जाल में फंसा उसकी हत्या न कर दे इसको ले वो सरकार से अपनी बेटी के लिय इंसाफ की मांग करती है की उसे न्याय मिले।
मृतका प्रभा भारती बचपन से ही पुलिस में जाना चाहती थी इस कारण परिवार वालों का सहयोग मिला और वर्ष 2021 में वो सिपाही पद पे बहाल हुई । पहली पोस्टिंग कटिहार जिला में ही हुई मृतका का छोटा भाई सौरभ बताता है की हत्यारे हसन को फांसी से कम सजा नही मिलनी चाहिए जिस तरह उसने मुस्लिम होने के बावजूद हिंदू लड़का बन उसकी दीदी को अपने प्रेम जाल में फंसाने का घिनौनी हरकत किया है और अपने मकसद को पूरा होता नही देख उसने ने दीदी की हत्या कर दी वैसे हत्यारे को फांसी से कम सजा नही मिलनी चाहिए।
सीमांचल में निश्चित तौर पर अपने धर्म को छुपा हिंदू लड़की को प्रेम के जाला में फंसाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। जानकारी के अनुसार मृत सिपाही प्रभा से भी पहली मुलाकात में हसन अरसद से उस समय हुई थी जब वह थाने में किसी काम से आया था और अपना नाम हर्ष बताया था कहा की वो इंजीनियर है । उसके बाद दोनो में दोस्ती हुई और बकायदा हर्ष बना अरसद हाथ में लाल धागा माथे पर चंदन का तिलक और गले में माता का लॉकेट के साथ साथ वो प्रभा के साथ देवघर भी जा पूजा किया था।