इस समय की सबसे बड़ी खबर मुंगेर से आ रही है जहां मुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर और मुंगेर भाजपा विधायक के बीच झड़प हो गया है। जिसको लेकर दोनो ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है। डॉक्टर ने कहा की विधायक ने वार्ड में घुस उसका कॉलर पकड़ा और जमकर गाली गौलौज किया । तो वही विधायक ने मारपीट की बात से इंकार करते हुए डॉक्टर पर बदतमीजी का आरोप लगाया है।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल माना जाता है की धरती पर भगवान का जो रूप है वह डॉक्टर के रूप में होता है। पर आज स्वयं ऑन ड्यूटी डॉक्टर ही सुरक्षित नहीं है। आज कोई भी सरकारी अस्पताल में तैनात डॉक्टर के साथ चाहे आम आदमी हो या जनप्रतिनिधि मारपीट कर चले जाते है। ताजा मामला में आज मुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड उस समय अखाड़ा बन गया जब गुस्से में तमतमाए आए मुंगेर भाजपा विधायक प्रणव कुमार किसी मामला को लेकर ड्यूटी पे तैनात डॉक्टर कुमार शानू से ही भिड़ गए ।
जिसके बाद थोड़ी देर के लिए वार्ड में अफरा तफरी का माहौल बन गया। दोनो ने एक दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगाए। डॉक्टर शानू ने बताया की एक मरीज जो न्यूरो का केस था उसे रेफर कर दिया । इतने में मरीज के परिवार वालों ने कहा की विधायक से बात कर लीजिए तो उसने कहा की वह बात करने के लिय ऑथराइज नही है जिसके बाद परिजन ने नाम पूछा तो उन्होंने ने कहा की नाम से क्या कीजिएगा उन्होंने उसका काम कर दिया है वो मरीज को ले हायर सेंटर जाए । जिसके बाद वे लोग चले गए ।
पर कुछ देर के बाद मुंगेर भाजपा विधायक की गाड़ी आ वार्ड के सामने रुकी और विधायक गाड़ी से उतर वार्ड घुसते ही उसके साथ गाली गलौज कर कॉलर पकड़ लिय जिससे उसका गला दबने लगा । जिसके बाद काफी देर तक विधायक के द्वारा इसके साथ अभद्रता के साथ पेश आया । जबकि उसकी कोई भी गलती नही थी । जिसके बाद उसने इस बात की सूचना सीएस को दी और न्याय की गुहार लगाई।
वही इस मामले में भाजपा विधायक ने कहा की एक मरीज के विषय में जब चिकित्सीय सलाह लेने के लिए डॉक्टर से बात करना चाहा तो उस डॉक्टर ने उससे बात भी नहीं की और न ही अपना नाम बताया ।।जिसके बाद वे स्वयं सदर अस्पताल पहुंच डॉक्टर से बात करना चाहा तो डॉक्टर ने उसके साथ काफी बदतमीजी की । साथ ही कहा की डॉक्टर के साथ किसी प्रकार का मारपीट नही हुआ है ।
वही विधायक और डॉक्टर के बीच इमरजेंसी वार्ड में काफी देर तक बहस बाजी के कारण थोड़े देर तक इमरजेंसी वार्ड में इलाज करा रहे मरीजों और उसके परिजनों के बीच अफरा तफरी का माहौल बना रहा । वहीं जिसके बाद अस्पताल में तैनात गार्ड और लोगों के द्वारा बीच बचाव किया गया । तब तक कोतवाली थाना भी वहां पहुंच माहौल को शांत करवाया । वहीं इमरजेंसी वार्ड में मरीज के परिजन और नर्सों ने बताया की विधायक का इस तरह का बरताव कही से जायज नहीं है। साथ ही कहा की जिस ढंग से विधायक ने डॉक्टर का कॉलर पकडा वह कहीं से भी न्याय संगत नहीं है।
घटना की सूचना पा मौके पर पहुंचे सिविल सर्जन और डीएस ने मामले की नाजुकता को देखते हुए दोनो तरफ से वार्ता कर तत्काल मामला को शांत करवाया । इस मामले में सीएस पीएम सहाय ने बताया की मामले की जांच की जायेगी. चिकित्सक से उसके पक्ष की जानकारी ली गयी है. वहीं विधायक से भी मामले की जानकारी ली जायेगी. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. सिविल सर्जन ने कहा कि चिकित्सक द्वारा अबतक लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. आवेदन मिलने और सीसीटीवी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।