इस समय की सबसे बड़ी खबर मुंगेर से आ रही है जहां मुंगेर के नया रामनगर थाना क्षेत्र बरईचक पाटम में देर रात कुछ असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा एक घर पर जमकर पत्थर बाजी की गई। पत्थरबाजी के दौरान उग्र भीड़ के द्वारा घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरा और घर के समीप बरईचक पाटम चोंक पर ग्रामीणों की ओर से लगाया गया सीसीटीवी कैमरा को पहचान छुपाने की नीयत से तोड़ दिया गया। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
घटना की जानकारी लगते ही सदर डीएसपी राजेश कुमार सहित कई थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की तहकीकात में जुटे हुए हैं। वही गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस के द्वारा फ्लैग मार्च भी किया गया। बताया जाता है कि सोमवार की देर रात बरईचक पाटम निवासी निर्मल चौरसिया के घर पर पुराने विवाद में पड़ोस के ही कुछ और सामाजिक तत्वों के द्वारा शराब के नशे में धुत होकर जानलेवा हमले की नीयत से जमकर पत्थर बाजी की गई।
पत्थरबाजी के दौरान प्रीत परिवार डरे सहमे हुए थे। पत्थर बाजी करने आए लोगों के द्वारा पीड़ित के घर सहित उसके पुराने मेडिकल दुकान पर जमकर ईंट और पत्थर चलाया गया। जिस कारण उसके घर के आसपास सभी जगह पर जगह-जगह एट का टुकड़ा पड़ा हुआ था। हालांकि और सामाजिक तत्वों के द्वारा पत्थरबाजी के दौरान चेहरा की पहचान नहीं हो इस कारण पीड़ित के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरा को भी तोड़कर दिया गया। इसके अलावे घर से महजे 20 मीटर की दूरी पर बरईचक पाटम चोंक पर स्थानीय लोगों के प्रयास से चार सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था जिसे तोड़ दिया गया।
हालांकि पत्थरबाजी के दौरान पीड़ित परिजनों के द्वारा इस घटना की जानकारी फोन के माध्यम से पुलिस को दी गई। इसके बाद घटना की जानकारी लगते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए सदर डीएसपी सहित कई थाने की पुलिस पाटम गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले। इसके बाद आरोपियों की पहचान करने के साथ-साथ पत्थर बाजी की घटना में शामिल अभियुक्त के विरुद्ध पुलिस के द्वारा छापेमारी किया गया लेकिन सभी घटना के बाद फरार हो गए थे। वहीं पुलिस के द्वारा पीड़ित परिवार को सुरक्षित घर से निकालकर अपने साथ सुरक्षित स्थान पर लेकर चले गए। घटना की स्थिति को देख पुलिस के द्वारा गांव में कैंप किया जा रहा है।
बता दें कि इसी गांव में अगले साल एक 14 साल के नाबालिक की उसके दोस्तों के द्वारा पहाड़ पर ले जाकर चाकू गोद कर और पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी घटना के बाद पुलिस के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए लगभग आधे दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। हालांकि काफी लंबे दिनों तक न्यायालय में कैसे चलने के बाद कुछ आरोपी सजा काटने के बाद जेल से बाहर निकल गए। इसी बात की गुस्सा को लेकर मृतक के परिजनों द्वारा आक्रोश जताते हुए इस घटना को अंजाम दिया गया।