मुंगेर में हथियार निर्माता साइकिल के पार्ट्स से भी निर्माण करते है देशी पिस्टल। इस मामले में सदर डीएसपी ने बताया कि यह खुलासा तब हुआ जब मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के दियारा में पकड़ाए 4 मिनी गन फैक्ट्री में भारी मात्रा में साइकिल का पार्ट मिला। और गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि साइकिल पार्ट से हथियार का पार्ट्स बनाया जाता है। जिसे देखकर पुलिस भी हैरान रह गई।
दरअसल मुंगेर जो कि अवैध हथियारों की मंडी के नाम से जाना जाता है। और यहां हर तरह के हथियार का निर्माण भी होता है। और उन हथियारों के निर्माण में तरह तरह के लोहे का उपयोग किया जाता है । पर जब अवैध मिनी गन फैक्ट्री के उद्भेदन के दौरान पुलिस को हथियार बनाने उपकरण के साथ साइकिल के पार्ट मिले तो पुलिस ने भी नहीं सोचा होगा कि इससे पिस्टल के पार्ट भी बनाए जाते होगें।
दरअसल मुंगेर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत तारापुर दियारा में पुलिस को सूचना मिली कि भारी मात्रा में हथियार बनाने का काम चल रहा है। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर जब पुलिस टीम वहां पहुंची तो वहां अवैध हथियार बनाने का कारोबार चल रहा था। जहां पुलिस ने छापेमारी कर चार मिनी गण फैक्ट्री का उद्भेदन किया। और भारी मात्रा में हथिया बनाने का समान और साइकिल के पार्ट को भी पुलिस ने बरामद किया।
और हथियार निर्माण करते एक कारीगर विनोद कुमार को गिरफ्तार किया गया। जबकि अन्य कारीगर दियारा का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। वही इस मामले में मुंगेर सदर डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि गंगा पार गंडक नदी के कछाड़ में हथियार बनने का काम चल रहा है। जिसको लेकर छापेमारी की गई और सफलता भी मिली है।
और साथ ही खुलासा करते हुए बताया कि हथियार निर्माण में उपयुक्त आने वाले औजार के साथ जो साइकिल का फ्रॉक पार्ट मिला उससे हथियार निर्माता पिस्टल का पार्ट बनाने के उपयोग में लाता है। खास कर इसका उपयोग मैगजीन बनाने के अलावा अन्य कई तरह के पार्ट बनाए जाते है।