मुंगेर जिले में अपराध पर नकेल कसने के प्रयासों में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल, मुंगेर पुलिस को खुफिया सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हुई कि दियारा इलाके का कुख्यात अपराधी संजय सिंह, जो कई संगीन मामलों में वांछित है, अपने कुछ साथियों के साथ मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तारापुर दियारा स्थित अपने वासा (ठिकाने) पर एक बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है। बताया जा रहा है कि वह भारी मात्रा में हथियार और जिंदा कारतूस के साथ किसी बड़ी आपराधिक वारदात की साजिश रच रहा था।
एसपी के निर्देश पर गठित हुई विशेष टीम
इस गंभीर सूचना को प्राप्त करते ही मुंगेर के पुलिस अधीक्षक सैय्यद इमरान मसूद ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर) के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया, जिसमें स्थानीय पुलिस बल के साथ-साथ विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवान भी शामिल थे। इस संयुक्त टीम को संजय सिंह के ठिकाने पर दबिश देने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
तारापुर दियारा में छापेमारी की बड़ी कार्रवाई
गठित टीम ने तत्परता दिखाते हुए संजय सिंह के तारापुर दियारा स्थित वासा पर छापेमारी की। जैसे ही पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम वहां पहुंची, संजय सिंह और उसके साथ मौजूद चार अपराधी घबरा गए और भागने लगे। इस पर पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए घेराबंदी की और तीन अपराधियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, एक अपराधी घने मकई के खेत का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा, जिसकी तलाश अभी भी जारी है।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान और पृष्ठभूमि
गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान निम्न प्रकार से की गई है:
- भावेश कुमार उर्फ भाविश कुमार, निवासी – जंजीरा डुमरा, थाना – पचमहला, जिला – पटना
- जोगी चौधरी, निवासी – रामपुर दियारा, जिला – साहेबगंज
- जाटों सिंह, निवासी – गवास बिंद टोला, जिला – खगड़िया
- इन अपराधियों की पृष्ठभूमि भी आपराधिक रही है और इन पर पूर्व में भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं।
हथियार और कारतूस की बरामदगी
छापेमारी के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो देशी कट्टा और 14 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। यह बरामदगी इस बात की पुष्टि करती है कि संजय सिंह और उसके साथी किसी बड़ी अपराधिक योजना को अंजाम देने की तैयारी में थे। इन हथियारों के स्रोत और इनके इस्तेमाल के इरादों की जांच अभी जारी है।
फरार अपराधी की तलाश जारी
घटना के समय एक अन्य अपराधी मौके से फरार हो गया, जो कि घने मकई के खेत में छिपकर निकलने में सफल रहा। पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी शुरू कर दी है। मुंगेर पुलिस का दावा है कि फरार अपराधी को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया
इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया के तहत पुलिस ने तीनों गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। साथ ही, उनसे पूछताछ के आधार पर और भी सुराग जुटाने की कोशिश की जा रही है, जिससे संजय सिंह के गिरोह की अन्य गतिविधियों का भी पर्दाफाश हो सके।
पुलिस की सफलता और सतर्कता
यह कार्रवाई मुंगेर पुलिस और एसटीएफ की सजगता और सटीक रणनीति का परिणाम है। एक ओर जहां बड़ी आपराधिक घटना को समय रहते टाल दिया गया, वहीं दूसरी ओर अपराधियों के हौसले भी पस्त हुए हैं। इस संयुक्त कार्रवाई से क्षेत्र में पुलिस के प्रति आम जनता का भरोसा और अधिक मजबूत हुआ है।