मुंगेर के तारापुर में कड़ी सुरक्षा के बीच पैगम्बर मुहम्मद साहब की जयंती पर निकला गया भव्य जुलूस

Share With Friends or Family

मुंगेर में पैगम्बर मुहम्मद साहब की जयंती के अवसर पर तारापुर में भव्य जुलूस निकाला गया। जिसमें अलग अलग जत्थों में जुलूस निकाले गए। सभी जुलूस बिहमा के देवगांव कर्बला पर जाकर खत्म हुआ। वही सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किए गए थे। तारापुर एसडीओपी सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।

रिपोर्ट – रोहित कुमार

दरअसल पिछले 12 दिनों से नबी पाक के खुशियों का इज़हार  महताब है गुलाब है संदल है बेटीयाँ, ममता खुलूश प्यार की चादल है बेटीयाँ जैसे बातो को नबी पाक की बातों को चल रहे मिलाद-उन- नबी में  मौलाना अमजद  रजा द्वारा सुन्नीवल मदरसा में लगातार सुनाया गया। गुरुवार को ईद मिलादुन नबी पैगम्बर मोहम्मद साहब के जयंती समारोह के मौके पर क्षेत्र के रामपुर, बनगामा, लखनपुर, गाजीपुर, मिल्की खानपुर, एवं पुरानी बाजार तारापुर से बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जुलुस के साथ उर्दू चौक,तारापुर बाजार, मोहनगंज,धौनी,बिहमा होते हुए कर्बला गये ।

मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद का जन्म इस्लाम कैलेन्डर के अनुसार रबि-उल-अव्वल के माह के 12वें दिन 570 ई0 को मक्का में हुआ था। कुरान में ईद- ए- मिलाद को मौलिद मावलिद के नाम से भी जाना जाता है। जिसका अर्थ होता है पैगंबर के जन्म दिन।  रात में सभी मुस्लिम गांव में पैगंबर की बातो को किताब हदीद से सुना जाता है। इस मौके पर विभिन्न गांव से आए जुलुस को अलग-अलग लोगो द्वारा अगुवाई की जा रही थी।

जुलूस में बड़ी संख्या में युवा के साथ उम्रदराज एवं बच्चे भी शामिल थे। जुलूस पूरी तरह मर्यादित होकर चल रही थी।जुलूस में शामिल लोगों द्वारा हिंदुस्तान जिंदाबाद,आका की आमद मरहाबा , नाराये तकबीर अल्लाह हो अकबर, ईदमिलादुन्नबी जिंदाबाद के गगनचुम्बी नारा लगाए जा रहे थे। जुलूस में पैदल, मोटरसाइकिल, चार पहिया बड़े वाहन पर लोग चल रहे थे। लोग धार्मिक झंडे के साथ चल रहे थे। विधि व्यवस्था को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था।

इसे भी पढ़ें :  मुंगेर में कंटेनर के तहखाने से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद, दो गिरफ्तार, पुलिस ने ऐसे की यह कारवाई

चौक चौराहे पर पुलिस पदाधिकारी व पुलिस के जवान मौजूद थे।एसडीओ राकेश रंजन कुमार एसडीपीओ सिंधु शेखर सिंह , थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन हारून मुस्ताक रंजन कुमार, अलग अलग जत्थे के आगे चल रहे थे। समाजसेवी मंटू यादव, कलीमउद्दीन उमर फारुख रफीउजम्मा उर्फ भोलू अफजल होदा अफरोज आलम मोहम्मद एजाज मो.शाहनवाज जुलूस के साथ चल रहे थे।

Share With Friends or Family

Leave a Comment