प्रसिद्ध तांत्रिक शक्ति सिद्धपीठ तेलडीहा दुर्गा मंदिर में नवरात्रा की पहली पूजा पर जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब। मां दुर्गा की जयघोष से गूंज उठा पुरा मंदिर परिसर। वहीं सुरक्षा को लेकर किया गाया है पुख्ता इंतजाम। जगह-जगह पर दंडाधिकारी सहित काफ़ी संख्या में लगाया गाया है पुलिस बल को।
नवरात्रि के पहले दिन का माहौल
दरअसल नवरात्रा के प्रथम दिन मुंगेर व बांका जिला के सीमा पर अवस्थित प्रसिद्ध तांत्रिक शक्ति सिद्धपीठ तेलडीहा दुर्गा मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने मां भगवती की पूजा अर्चना की। वही पूजा के लिये सुबह से ही श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा। अहले सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालु सुल्तानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर वहां से जल भरकर करीब 20 किलो मीटर की पैदल यात्रा करके तेलडीहा दुर्गा मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना किया।
बांका के तेलडीहा दुर्गा मंदिर में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया जल अर्पण
बांका जिला के प्रसिद्ध तेलडीहा दुर्गा मंदिर में आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। यहां मां दुर्गा को सुल्तानगंज से 23 किलोमीटर जल भरकर पैदल लाया गया गंगा जल अर्पित किया गया। मंदिर परिसर में भोर से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था। सुबह लगभग 6 बजे से जल अर्पण का क्रम शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा। अनुमान है कि पूरे दिन में लगभग 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने जल अर्पण किया। मंदिर परिसर से लेकर चार किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। भक्त “जय माता दी” और “हर हर महादेव” के जयकारे लगाते हुए जल अर्पित कर रहे थे।
सुरक्षा के लिए किए गए कड़े इंतजाम
वहीं सुरक्षा को लेकर भी कड़े इंतजाम किए गए है। जगह-जगह पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। बता दें कि तेलडीहा दुर्गा मंदिर में मां भगवती की पूजा-अर्चना बंगाली रीति रिवाज से की जाती है। इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1603 में बंगाल राज्य के शांतिपुर जिले के दालपोसा गांव के हरवल्लव दास ने तांत्रिक विधि से किया था।
तेलडीहा मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
वर्तमान में उन्हीं के वंशज इस मंदिर के मेढ़पति भी हैं। इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। वही आज नवरात्रि के प्रथम दिन यहां पूजा अर्चना करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का भारी भीड़ देखी जा रही है। बताते चले में तेलडीहा मंदिर में में विशेष पद्धति से पूजा अर्चना का विधान है। और यहां दूर दूर से श्रद्धालु नवरात्रा में पूजा अर्चना करने आते है।
श्रद्धालुओं का मानना है कि तेलडीहा दुर्गा मंदिर में जल अर्पण करने से मां दुर्गा हर कष्ट दूर करती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। पूरा क्षेत्र भक्तिमय और उल्लासपूर्ण बना रहा।