मुंगेर में मुखिया उप चुनाव में खड़े प्रत्याशी जलेश्वर कोड़ा को आज तड़के सुबह घर से बुला जहर खिलाकर पहाड़ पे छोड़ा । बदहवास अवस्था में गिड़ते पड़ते पहुंचा गांव स्थानीय लोग वो परिजनों ने इलाज के लिय कराया अस्पताल में भरती। पुलिस मामले की जांच में जुटी। मामला धरहरा थाना क्षेत्र के आजीमगंज पंचायत का। जहां मुखिया के हत्या के बाद होना है उप चुनाव। वहीं इलाज के लिय सदर अस्पताल में ड्यूटी पे डॉक्टर के तैनात नही रहने पर परिजनों ने किया हंगामा।
दरअसल मुंगेर जिला अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र धरहरा थाना के अजीमगंज पंचायत में होने वाले मुखिया उपचुनाव के प्रत्याशी गौरैया निवासी 60 वर्षीय जलेश्वर कोरा को आज तड़के सुबह 3:00 बजे जब वह अपने बथान पर था तो उस समय कुछ लोगों के द्वारा उसे बुलाकर जंगल की ओर ले जाया गया और जहां उन लोगों के द्वारा जहर खिलाकर मरने के लिए छोड़ दिया गया। पर जाको राखे साइयां बाल न बांका कर सके कोई के कहवात को सच साबित करते हुए जंगल से बदहवास अवस्था में गिरते पड़ते जब जलेश्वर कोड़ा अपने गांव की ओर पहुंचा तो वहां कुछ ग्रामीणों ने उसे देखा की उसके मुंह से झाग निकल रहा है और वो गिर पड़ रहा है।
जिसके बाद ग्रामीणों के द्वारा उसके परिवार को सूचना दी जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर उसे वही स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया और इस बात की सूचना पुलिस को दी । जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया । परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार जलेश्वर को 2001 में मुखिया भी रह चुका था और वर्ष 2022 मैं हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मुखिया पद के लिए प्रत्याशी भी रह चुका था पर नक्सलियों के द्वारा पर्चा साट नाम वापस लेने की धमकी देने के बाद जलेश्वर कोड़ा ने मुखिया पद से अपना नाम वापस ले लिया था। पर उसी दौरान वर्तमान मुखिया की नक्सलियों द्वारा घर से बुलाकर सड़क पर निर्मम हत्या कर दी गई थी
जिसके बाद पुनः आजिमगंज पंचायत में मुखिया उपचुनाव होना तय हुआ था और इस उपचुनाव में जलेश्वर कोड़ा वहां प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन करवाया था । पर आज सुबह कुछ लोगों के द्वारा घर से बुलाकर उसे जहर खिला दिया गया और जंगल में मरने के लिए छोड़ दिया गया पर किसी तरह बदहवास अवस्था में वह अपने गांव तक पहुंचा । जहां से इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया । हालांकि अभी तक उन नामों का खुलासा नहीं हो पाया है जिन लोगों ने मुखिया प्रत्याशी को जहर दे मारने की कोशिश की । वही सूचना पे पुलिस मौके पर पहुंच मामले की जांच में जुट गई
वही इधर जब परिजनों के द्वारा इलाज के लिए उसे मुंगेर सदर अस्पताल लाया गया तो इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर उपस्थित नही मिले ।जिस कारण परिजनों ने अपने मरीज के इलाज में बिलम होता देख काफी हंगामा भी किया। जिसके बाद इसकी जानकारी डीएस को दी गई। और डीएस के कहने के बाद डॉक्टर इमरजेंसी वार्ड पहुंचा। जिसके बाद उसका इलाज शुरू किया।