मुंगेर जिले के जमालपुर प्रखंड के इटहरी पंचायत के वार्ड नंबर 17 के दर्जनों ग्रामीण नल जल योजना के पानी घरों तक न पहुंच पाने की समस्या से अत्यंत परेशान हैं। लंबे समय से उन्हें अपने घरों में पानी नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनका दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। इस गंभीर समस्या के कारण शुक्रवार को ग्रामीणों ने एकजुट होकर सदर अनुमंडल कार्यालय का घेराव किया और अपनी मांगों को प्रशासन के सामने रखा।
ग्रामीणों ने सदर अनुमंडल कार्यालय का किया घेराव
वार्ड नंबर 17 के ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ समय से नल जल योजना के माध्यम से पानी की सप्लाई सही ढंग से नहीं हो पा रही है। उनका आरोप है कि पहले जलापूर्ति के लिए 3 हार्स पावर का मोटर लगा था, जिससे पानी का दबाव (फोर्स) पर्याप्त था और पानी घर-घर तक पहुंच जाता था। लेकिन जब यह मोटर खराब हो गई और मरम्मत के बाद पीएचईडी (पब्लिक हेल्थ एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट) के कर्मचारियों ने इसे बदलकर केवल 2 हार्स पावर का मोटर लगा दिया, तो पानी का दबाव इतना कमजोर हो गया कि पानी घरों तक पहुंचना बंद हो गया।
जलापूर्ति में गिरावट के कारण ग्रामीणों को हो रही परेशानी
इस कमज़ोर मोटर के कारण पानी का प्रवाह कम हो गया है, जिससे कई परिवारों को रोजमर्रा के कामों के लिए पानी जुटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार इस समस्या को लेकर पीएचईडी के जूनियर इंजीनियर (जेई) और जमालपुर ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) को आवेदन दे चुके हैं, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पानी की समस्या बनी रहने से गांव के लोग अत्यंत असहज हो गए हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों से की गई बातचीत और समाधान की उम्मीद
ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर सदर अनुमंडल कार्यालय के समक्ष अपनी आवाज बुलंद की। यहां पहुंचे सदर एसडीओ कुमार अभिषेक ने ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लिया और तुरंत सदर प्रखंड पदाधिकारी से फोन पर बातचीत कर इस समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। इस प्रयास से ग्रामीणों को उम्मीद जगी है कि उनकी जलापूर्ति संबंधी समस्या का शीघ्र समाधान होगा।
वार्ड सदस्य सर्वजीत कुमार का नेतृत्व और ग्रामीणों की मांगें
इस आंदोलन का नेतृत्व वार्ड सदस्य सर्वजीत कुमार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यह समस्या गांव के विकास और स्वास्थ्य दोनों के लिए गंभीर है। जलापूर्ति सुचारू रूप से न होने के कारण न केवल लोगों का जीवन कठिन हो गया है बल्कि पानी की कमी से स्वच्छता और स्वास्थ संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। सर्वजीत कुमार ने अधिकारियों से आग्रह किया कि जलापूर्ति के लिए पुराने 3 हार्स पावर मोटर को जल्द से जल्द पुनः लगाया जाए ताकि पानी की सप्लाई फिर से मजबूती से शुरू हो सके।
जल आपूर्ति की समस्या का सामाजिक और स्वास्थ्य पर प्रभाव
पानी की कमी के कारण गांव के लोग मजबूर होकर बाहर से पानी खरीदने या दूर-दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो रही है। साथ ही, स्वच्छ पानी की कमी से गंदगी और बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस समस्या को प्राथमिकता से हल करने का अनुरोध किया है ताकि गांव में नल जल योजना का उद्देश्य पूरा हो सके और लोग स्वस्थ जीवन जी सकें।