बिहार के मुंगेर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 60 वर्षीय बुजुर्ग ने दूसरी शादी कर ली। शादी के बाद जब वह अपनी नई दुल्हन को लेकर घर पहुंचे तो उनके बेटों ने उन्हें घर में घुसने नहीं दिया। इससे आहत होकर बुजुर्ग ने जहर खा लिया और गंभीर अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना का पूरा विवरण
यह पूरा मामला मुंगेर जिले के धरहरा थाना क्षेत्र के पंचरुखी गांव का है। गांव के 60 वर्षीय मुसहरू यादव ने होली के दिन गांव की ही एक महिला से शादी कर ली। दोनों ने मंदिर में विवाह संपन्न किया और फिर नई दुल्हन के साथ अपने घर पहुंचे। लेकिन वहां उनके बेटे ने जब यह दृश्य देखा तो वह गुस्से से भर गया। बेटे को पिता की यह दूसरी शादी नागवार गुजरी और उसने दोनों को घर में घुसने नहीं दिया।
बेटे का विरोध और घर में प्रवेश से इनकार
जब मुसहरू यादव अपनी नई नवेली पत्नी को लेकर घर पहुंचे, तो उनके बेटे सूरज ने उन्हें घर के अंदर घुसने से रोक दिया। उसने साफ कह दिया कि वह अपने पिता की दूसरी शादी को स्वीकार नहीं करेगा और उनकी नई पत्नी को इस घर में प्रवेश की अनुमति नहीं देगा। इस बात को लेकर घर में काफी झगड़ा हुआ।
गुस्से में पिता ने उठाया आत्मघाती कदम
बेटे के इस व्यवहार से आहत होकर मुसहरू यादव ने आक्रोश में आकर जहर खा लिया। उनकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद परिवार वालों ने उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। स्थिति बिगड़ती देख डॉक्टरों ने उन्हें मुंगेर सदर अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस का बयान और मामले की जांच
इस पूरे मामले को लेकर धरहरा थाना की पुलिस का कहना है कि बुजुर्ग ने अपनी मर्जी से दूसरी शादी की थी। अभी तक इस मामले में किसी भी पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस का कहना है कि अगर कोई शिकायत आती है, तो कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
बेटे का बयान
इस घटना पर बुजुर्ग के बेटे सूरज का कहना है कि उसकी मां का निधन काफी पहले हो चुका था। लेकिन पिता ने इतने वर्षों बाद दूसरी शादी कर ली, वह भी गांव की ही एक शादीशुदा महिला से। सूरज ने कहा कि जब उसके पिता नई पत्नी को घर लाए, तो उसने इसका विरोध किया और उन्हें घर में घुसने से रोक दिया। इसके बाद उसके पिता ने गुस्से में आकर जहर खा लिया।
अस्पताल में चल रहा इलाज
बुजुर्ग की हालत गंभीर बनी हुई है और डॉक्टर लगातार उनकी निगरानी कर रहे हैं। मुंगेर सदर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि जहर का असर उनके शरीर में फैल चुका था, लेकिन समय रहते इलाज शुरू करने से उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
गांव में चर्चा का विषय बनी घटना
यह घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गई है। कुछ लोग बुजुर्ग के बेटे के फैसले का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि 60 साल की उम्र में शादी करना बुजुर्ग का निजी फैसला था, जिसे परिवार को स्वीकार करना चाहिए था। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि बेटे को इस तरह से अपने पिता को घर से नहीं निकालना चाहिए था।
क्या कहता है समाज?
समाज में दूसरी शादी को लेकर कई तरह की धारणाएँ हैं। खासकर जब व्यक्ति की उम्र अधिक हो, तो परिवार और समाज इसे आसानी से स्वीकार नहीं करता। बुजुर्गों का अकेलापन भी एक गंभीर मुद्दा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कुछ लोग इसे गलत ठहरा रहे हैं, जबकि कुछ इसे एक बुजुर्ग की जरूरत बता रहे हैं।