मुंगेर में एएसआई संतोष कुमार सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से त्वरित और सख्त कार्रवाई की गई है। मुंगेर रेंज के डीआईजी राकेश कुमार ने एसपी सैयद इमरान मसूद की अनुशंसा पर मुफस्सिल थानाध्यक्ष चंदन कुमार को लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही, इस मामले में अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
कर्तव्यहीनता और लापरवाही पर कठोर कदम
इस हत्याकांड में पुलिस की लापरवाही उजागर होने के बाद एसपी सैयद इमरान मसूद ने 112 के चालक दीपक कुमार और सिपाही परमानंद सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की है। उन्होंने इन दोनों कर्मियों की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है, ताकि उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।
घटना का पूरा विवरण
यह मामला मुंगेर जिले के नंदलालपुर गांव का है, जहां दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एएसआई संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और झगड़े को शांत कराने का प्रयास किया। इस दौरान असामाजिक तत्वों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत इलाज के लिए पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई और आम जनता में भी आक्रोश फैल गया।
चार आरोपियों की गिरफ्तारी
इस हत्याकांड में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में पति-पत्नी सहित अन्य दो लोग शामिल हैं। इन सभी से कड़ी पूछताछ की जा रही है, ताकि घटना के पीछे की साजिश और अन्य संभावित आरोपियों का भी पता लगाया जा सके। पुलिस इस मामले को लेकर लगातार जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
मुफस्सिल थानाध्यक्ष पर गिरी गाज
हत्याकांड के बाद पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ गया था। जनता और पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे थे। ऐसे में पुलिस विभाग ने इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। इस क्रम में मुफस्सिल थानाध्यक्ष चंदन कुमार को लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके निलंबन के बाद विभाग के अन्य अधिकारियों को भी अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सतर्क किया गया है।
जनता में आक्रोश और पुलिस पर दबाव
इस घटना के बाद मुंगेर की जनता में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोग पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। जनता का कहना है कि यदि पुलिस समय रहते उचित कदम उठाती तो शायद यह दुखद घटना टाली जा सकती थी।
पुलिस की आगे की रणनीति
पुलिस इस मामले में पूरी तत्परता से जांच कर रही है। अन्य संभावित दोषियों की धर-पकड़ के लिए विशेष टीम गठित की गई है। पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए ठोस कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, पुलिस विभाग के भीतर अनुशासनहीनता को रोकने के लिए भी नए दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं।