मुंगेर में अतिक्रमण हटाओ अभियान: पुलिस और निगम कर्मियों ने मुख्य सड़कों को किया अतिक्रमण मुक्त

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मुंगेर नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त करने के उद्देश्य से आज एक व्यापक अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान, नगर निगम ने विभिन्न प्रयासों के माध्यम से मुख्य सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए कदम उठाए। इस अभियान की शुरुआत शुक्रवार को हुई, और इसे पूरी सक्रियता और सख्ती के साथ किया गया। अभियान में पुलिस बल, नगर निगम कर्मी, और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। अभियान के दौरान अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया और उनके द्वारा आंशिक विरोध किए जाने के बावजूद, प्रशासन ने किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती।

अभियान की तैयारी और प्रबंधन

मुंगेर नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने का अभियान एसडीओ के निर्देशन में चलाया गया। एसडीओ ने इस अभियान के लिए तीन मजिस्ट्रेटों का गठन किया था, जिनकी निगरानी में यह कार्य किया गया। इसके साथ ही, भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके और कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके। अभियान में नगर निगम के द्वारा छह ट्रैक्टर, एक जेसीबी और 20 सफाई कर्मियों की टीम शामिल थी, जो अतिक्रमण को हटाने में पूरी तरह से सक्रिय थी।

अभियान की प्रक्रिया

अतिक्रमण हटाने का अभियान एक नंबर ट्रैफिक से शुरू किया गया, जहां सड़क के किनारे फल और सब्जियां बेचने वाले छोटे दुकानदारों ने अपने ठेले और बांस बल्ला सजा रखा था। पहले तो इन दुकानदारों ने विरोध किया, लेकिन पुलिस ने सख्ती से उन्हें हटने के लिए कहा। इस दौरान पुलिसकर्मी और निगम कर्मी ने मिलकर बांस बल्ला, ठेले, चौकियां और अन्य अतिक्रमण सामग्री को जब्त किया। इन वस्तुओं को निगम द्वारा अपनी सफाई टीम की मदद से हटाया गया।

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जब दुकानदारों को पुलिस के सख्त रवैये का सामना करना पड़ा, तो उन्होंने धीरे-धीरे अपनी दुकानें हटा दीं। इस प्रक्रिया में गांधी चौक तक मुख्य सड़क को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। अतिक्रमण के कारण जिस सड़क को 20 फीट चौड़ी महसूस होती थी, अब वह अभियान के बाद 40 फीट चौड़ी दिखने लगी।

फुटकर दुकानदारों का आंशिक विरोध

अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान, फुटकर दुकानदारों द्वारा कुछ आंशिक विरोध भी किया गया। खासकर छोटे दुकानदारों को डर था कि उनके व्यवसाय पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। कुछ दुकानदारों ने पुलिस के सख्त रवैये के बावजूद अपने ठेले हटाने से मना किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें समझाया और सख्ती से हटवाया। बाद में दुकानदारों ने भी पुलिस की बात मानी और सड़कों से अपनी दुकानें हटा लीं।

संघर्ष और तनाव

अतिक्रमण हटाओ अभियान के बीच, कुछ समय पहले शहर में दुकानदारों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था। ठेला लगाने वाले दुकानदारों और स्थायी दुकानदारों के बीच मारपीट हुई थी, जिससे तनाव और विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई थी। इसके कारण प्रशासन को इस अभियान को और सख्ती से चलाने का निर्णय लेना पड़ा। हालांकि अभियान के दौरान कई दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया।

निगम की योजना और भविष्य के कदम

नगर निगम के सिटी मैनेजर ने बताया कि यह अभियान शहर की मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने के उद्देश्य से चलाया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि यह अभियान निरंतर चलेगा, ताकि शहर की सड़कें हमेशा अतिक्रमण से मुक्त रहें और आवागमन सुचारू रूप से चलता रहे। नगर निगम का यह कदम शहरवासियों के लिए लाभकारी साबित होगा, क्योंकि यह कदम न केवल सड़क के यातायात को बेहतर करेगा, बल्कि शहर की सफाई और सौंदर्य में भी वृद्धि करेगा।

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इस अभियान के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद, नगर निगम ने यह भी घोषणा की कि भविष्य में इस प्रकार के अतिक्रमण हटाने के अभियान को नियमित रूप से चलाया जाएगा। इसके माध्यम से नगर निगम यह सुनिश्चित करना चाहता है कि शहर की सड़कें अतिक्रमण से मुक्त रहें और किसी भी प्रकार की सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

इस प्रकार, मुंगेर नगर निगम का यह अतिक्रमण हटाओ अभियान शहरवासियों के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हो सकता है, जो न केवल सड़क को अतिक्रमण से मुक्त करेगा, बल्कि शहर की यातायात व्यवस्था और कानून-व्यवस्था को भी मजबूत करेगा।

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