मुंगेर जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में एक भयावह घटना घटी, जब चूल्हे से निकली चिंगारी ने भीषण आग का रूप ले लिया। यह आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पांच घर इसकी चपेट में आ गए। आग लगने के बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग इधर-उधर भागने लगे और आग को बुझाने की कोशिश करने लगे, लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी।
सूचना पर तुरंत पहुंची अग्निशमन टीम
आग लगने की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचित किया। सूचना मिलते ही अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर आग बुझाने में सफलता हासिल की। हालांकि, तब तक पांचों घर पूरी तरह जलकर राख हो चुके थे।
आग में जलकर राख हुई संपत्ति
इस आगजनी में पांच परिवारों की जिंदगी भर की मेहनत जलकर खाक हो गई। घर में रखा अनाज, कपड़े, बर्तन और अन्य कीमती सामान सबकुछ जल गया। अनुमान के अनुसार इस हादसे में करीब 3 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। यह घटना पीड़ित परिवारों के लिए किसी बड़े संकट से कम नहीं थी।
कैसे लगी आग?
यह घटना तब घटी जब गांव की रहने वाली सुलेखा देवी अपने घर में खाना बना रही थीं। खाना बनाते समय चूल्हे से निकली एक चिंगारी उनके घर के छप्पर पर गिर गई। छप्पर सूखा होने के कारण आग तेजी से फैलने लगी और देखते ही देखते यह पड़ोसी घरों तक पहुंच गई। लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तेज हवा के कारण आग और भड़क गई, जिससे पांच घर जलकर खाक हो गए।
गांव में मातम का माहौल
इस भयावह आगजनी ने पांच परिवारों को बेघर कर दिया। इन परिवारों के पास अब न तो रहने के लिए घर बचा है और न ही खाने-पीने के लिए अनाज। उनके कपड़े, बिस्तर और रोजमर्रा की जरूरत का हर सामान जलकर राख हो गया। प्रभावित परिवारों की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। उनके लिए अब खुले आसमान के नीचे रहना मजबूरी बन गई है।
कोई हताहत नहीं, लेकिन नुकसान भारी
इस हादसे की अच्छी बात यह रही कि इसमें किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई। हालांकि, संपत्ति का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करना आसान नहीं होगा। पीड़ित परिवारों को अब प्रशासन और समाजसेवियों से मदद की उम्मीद है, ताकि वे दोबारा अपना जीवन संवार सकें।
प्रशासन से मदद की गुहार
घटना के बाद पीड़ित परिवारों ने सरकार और प्रशासन से सहायता की अपील की है। गांव के लोग भी प्रशासन से राहत सामग्री और मुआवजे की मांग कर रहे हैं, ताकि इन गरीब परिवारों की मदद हो सके। इस आगजनी ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है, और अब सभी की नजरें प्रशासन की ओर टिकी हैं कि वे इन जरूरतमंद लोगों की कैसे मदद करेंगे।