रोहित कुमार मुंगेर
मुंगेर में अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मुंगेर के दिव्यांग जनों को सबंल बनाने को लेकर जिला प्रशासन ने बढ़ाया अपना हाथ । दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर बांटे इलेक्ट्रिक ट्राई साइकिल तो दिए udid कार्ड तो वही बांटे श्रवण यंत्र । साथ ही उद्योग लगाने को ले लोन की दी जानकारी ताकि अपने हुनर के अनुसार दिव्यांगजन लेकर बैठा सके अपना रोजगार । डीएम ने दिव्यांगों को पहनाया हेल्मट । दिव्यांगो ने भी बिहार सरकार और जिला प्रशासन को दिया धन्यवाद ।
दरअसल मुंगेर जिला अंतर्गत पोलो मैदान में डॉक्टर राजेंद्र बाबू के 138 जयंती के मौके पर मुंगेर जिला प्रशासन ने दिव्यांगों के लिए खोले योजनाओं के द्वारा । पोलो मैदान में आयोजित दिव्यांगों के लिए कार्यक्रम में दिव्यांग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बनाने को ले सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।
जहां डीएम सहित जिला के कई वरीय और विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे । जहां डीएम के द्वारा 46 दिव्यांग को इलेक्ट्रिक ट्राई साइकिल को दिया गया तो 11 दिव्यांगों को सुनने का मशीन साथ दिव्यांगों के विशेष पहचान पत्र udid कार्ड सौंपा के साथ साथ दिव्यांगों के बीच कई खेल खुद प्रतियोगित का भी आयोजन किया गया । डीएम नवीन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की आज के समय में सरकार दिव्यांग को ले कई योजना चला रही है ।
रोजगार खोलने को ले लोन से लेकर रोजगार तक की व्यवस्था की है । आज दिव्यांग खुद आत्मनिर्भर बन अन्य को रोजगार दे सकते बस जरूरत है उसमे आत्मविश्वास पैदा करने की ।
इस कार्यक्रम में सभी दिव्यांग उस समय अचंभित रह गए जब डीएम खुद ट्राई साइकिल मिलने वाले दिव्यांगों को हैलमेट पहनाने लगे । डीएम।खुद दिव्यांगों के बीच जा उन्हें हेलमेट पहनाया और बताया की इलेक्ट्रिक ट्राइ साइकिल जायदा स्पीड से चलती है इस वे इसे ध्यान से चलाए और हमेशा हेलमेट पहन के रखे । वहीं कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग भी दिल खोल के अपनी समस्या को साझा किया ।
जिसे डीएम ने ध्यानपूर्ण सुना और पदाधिकारी को निर्देश दिया की इन सभी के समस्या को ले कल मीटिंग में आए । डीएम के इस पहल से दिव्यांग खासा संतुष्ट दिखे । दिवयंगों ने कहा की बिहार सरकार के द्वारा और जिला प्रशासन ने आज उनके लिए कई योजनाओं का क्रियान्वित किया । एमटेक किए हुए दिव्यांग ने बताया की आज उसे इलेक्ट्रिक ट्राइ साइकिल मिला जिसका उपयोग वे अपनी क्लास करने जाने में करेगें ।
तो एक बिजनेसमैन दिव्यांग ने बताया की वे काफी कष्ट से अपनी दुकान तक जाते थे पर अब वे आसानी पूर्वक इस ट्राई साइकिल की मदद से काम पे जा सकेगें ।