मुंगेर जिले के जमालपुर रेल इंजन कारखाना में एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है। शनिवार की संध्या को उस समय अफरातफरी का माहौल बन गया जब रेल कारखाना के अंदर बने न्यू लाइन पर बॉक्स एनएचएल के दो बोगी सुरक्षा दीवार को तोड़कर बाहर निकल गए। इनमें से एक बोगी जहांगीर बस्ती की ओर लटक गई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन गांव में अफरातफरी का माहौल बन गया।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, कारखाने के अंदर बने न्यू लाइन पर बॉक्स एनएचएल की बोगियों का शंटिंग किया जा रहा था। इसी दौरान एक वैगन बेपटरी होकर कारखाने की सुरक्षा दीवार को तोड़ते हुए बाहर निकल गया। यह वैगन जहांगीर गांव की ओर लटक गया, जबकि दूसरी बोगी दीवार से टकराकर फंस गई। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और आरपीएफ की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया भयावह मंजर
प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय निवासियों ने बताया कि जब हादसा हुआ, तो वे अपने-अपने घरों में थे। अचानक जोरदार आवाज सुनाई दी, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकलकर इधर-उधर भागने लगे। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि यह हादसा किस वजह से हुआ है। कुछ लोगों को लगा कि भूकंप आ गया है, लेकिन जब धुआं हटा, तो देखा कि रेल कारखाने की सुरक्षा दीवार टूटी हुई थी और दो बोगियां बाहर लटकी हुई थीं। कुछ अन्य बोगियां दीवार से सटी हुई थीं। यह नजारा देख ग्रामीणों में भय और चिंता की लहर दौड़ गई।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
यह पहली बार नहीं है जब जमालपुर रेल कारखाने में इस तरह का हादसा हुआ हो। इससे पहले भी 23 जनवरी को लोको शेड साइड में एक बोगी सुरक्षा दीवार तोड़कर रेलवे पटरी पर गिर गई थी। हालांकि, उस घटना में भी किसी की जान नहीं गई थी, लेकिन बार-बार हो रही इन घटनाओं ने कारखाने की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रेलवे प्रशासन पर उठ रहे सवाल
रेलवे प्रशासन पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर शंटिंग के दौरान ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं। क्या सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है? क्या कर्मचारियों की लापरवाही इन हादसों के पीछे है? या फिर कारखाने में रखरखाव की कमी के चलते ये दुर्घटनाएं हो रही हैं? इन सभी सवालों के जवाब अब तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं।
अधिकारियों की कार्रवाई और जांच जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए रेलवे प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। सुरक्षा दीवार से बाहर लटकी बोगियों को हटाने के लिए क्रेन और अन्य उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। वहीं, रेलवे अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर यह हादसा किस कारण हुआ और आगे इसे रोकने के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए।
स्थानीय लोगों में आक्रोश और डर
इस घटना के बाद जहांगीर बस्ती के लोग काफी डरे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर यह बोगियां और आगे बढ़ जातीं, तो बड़ा हादसा हो सकता था। इससे लोगों की जान को खतरा हो सकता था। ग्रामीणों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं।