मुंगेर के समाहरणालय स्थित कार्यालय में आज एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव देखने को मिला जब 2012 बैच के आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने मुंगेर के 170वें जिलाधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर जिले के निवर्तमान डीएम अवनीश कुमार ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया और शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर जिले के सभी वरीय पदाधिकारी और अधिकारी उपस्थित थे, जिन्होंने नए जिलाधिकारी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
प्राथमिकता: जनसमस्याओं का समाधान और विकास
पदभार ग्रहण के तुरंत बाद डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता जिले के समग्र विकास के साथ-साथ आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान होगी। उन्होंने कहा कि जिले में पूर्व से चल रही विकास योजनाओं की स्थिति का गहन निरीक्षण किया जाएगा और जरूरत के अनुसार उसमें सुधार एवं तेजी लाई जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रखंड स्तर से लेकर जिला मुख्यालय तक आम जन की समस्याओं की सुनवाई सुनिश्चित की जाएगी। प्राप्त शिकायतों को संवेदनशीलता और प्राथमिकता के साथ लिया जाएगा और त्वरित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पूरी निष्ठा और कर्तव्य भावना से अपने दायित्वों का निर्वहन करें और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।
कार्य संस्कृति और जिम्मेदारी
डीएम वर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी सरकारी कार्यों और संचिकाओं का समय पर निष्पादन अनिवार्य होगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जनकल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाएं और सरकारी कार्यप्रणाली को पारदर्शी और प्रभावी बनाएं। इसके लिए उन्होंने सभी विभागों से समन्वय बनाकर कार्य करने की अपील की।
अरविंद कुमार वर्मा का प्रशासनिक अनुभव
अरविंद कुमार वर्मा का प्रशासनिक करियर काफी समृद्ध और विविधतापूर्ण रहा है। वे इससे पहले बक्सर, बेगूसराय और मधुबनी जैसे महत्वपूर्ण जिलों में डीएम के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में इन जिलों में कई महत्वपूर्ण योजनाएं सफलतापूर्वक क्रियान्वित हुई हैं।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और प्रारंभिक सेवा
डीएम वर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से आते हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता भी अत्यंत प्रभावशाली है। उन्होंने IIT कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। आईएएस सेवा में आने से पहले वे एक प्रतिभाशाली इंजीनियर रहे हैं।
अपने आईएएस करियर की शुरुआत उन्होंने पटना के दानापुर अनुमंडल से की थी, जहां वे एसडीओ (अनुमंडल पदाधिकारी) के रूप में एक वर्ष तक कार्यरत रहे। इसके बाद उन्होंने मुजफ्फरपुर में डीडीसी (उप विकास आयुक्त) के पद पर भी कार्य किया।
जिले को लेकर भविष्य की दृष्टि
डीएम वर्मा ने स्पष्ट किया कि वे मुंगेर को विकास के एक नए पथ पर ले जाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। वे जिले के हर नागरिक की अपेक्षाओं पर खरा उतरना चाहते हैं और इसके लिए पारदर्शी प्रशासन, प्रभावी योजनाएं और जन संवाद को प्रमुख आधार बनाएंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि आम जनता के हितों की अनदेखी नहीं होगी और जिले का हर क्षेत्र – शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना और कानून-व्यवस्था – उनकी प्राथमिकताओं में रहेगा।