मुंगेर: एप्पल मोबाइल न मिलने पर 18 वर्षीय युवती ने किया आत्मघाती कदम

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आज के दौर में मोबाइल फोन का उपयोग अनिवार्य हो चुका है, लेकिन जब यह आदत लत में बदल जाए, तो यह खतरनाक हो सकती है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला बिहार के मुंगेर जिले से सामने आया है, जहां एक 18 वर्षीय युवती ने महंगे मोबाइल फोन की मांग पूरी न होने पर खुद को नुकसान पहुंचाने जैसा गंभीर कदम उठा लिया।

घटना का विवरण

मुंगेर जिले के जमालपुर क्षेत्र की रहने वाली 18 वर्षीय खुशबू बिंद, जो एक मजदूर परिवार की बेटी है, मोबाइल की इतनी आदी हो गई थी कि जब उसके माता-पिता ने उसे एप्पल का महंगा मोबाइल दिलाने में असमर्थता जताई, तो उसने खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की। युवती ने अपने हाथों की कलाई को कई जगहों से ब्लेड से काट लिया, जिससे परिवारजन घबरा गए और तत्काल उसे मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती करवाया।

खुशबू की मोबाइल के प्रति दीवानगी

खुशबू पर मोबाइल का इतना अधिक प्रभाव था कि वह केवल कोई साधारण फोन नहीं, बल्कि एप्पल का महंगा मोबाइल ही चाहती थी, जिसकी कीमत एक लाख रुपये से अधिक थी। उसका कहना था कि जब तक उसे वह फोन नहीं मिलेगा, वह चैन से नहीं बैठेगी।

माता-पिता की आर्थिक स्थिति और विवशता

खुशबू के पिता शंभू बिंद मजदूरी करते हैं और माता सुशीला देवी सरकारी स्कूल में रसोईया का काम करती हैं। दोनों की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी कि वे अपनी बेटी की इस महंगी मांग को पूरा कर सकें। बावजूद इसके, उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की और कहा कि जैसे ही संभव होगा, वे एक सस्ता फोन दिला देंगे। लेकिन खुशबू इस पर राजी नहीं हुई और अपनी जिद पर अड़ी रही।

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गहराता मानसिक तनाव

खुशबू पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से काफी परेशान चल रही थी। उसने न सिर्फ घर में बातचीत कम कर दी थी बल्कि अपनी दिनचर्या में भी बदलाव कर लिया था। यहाँ तक कि उसने सिंदूर लगाना और चूड़ी पहनना तक छोड़ दिया था। यह संकेत था कि वह अंदर ही अंदर किसी गहरे मानसिक दबाव से गुजर रही थी, लेकिन परिवारजन इस खतरे को भांपने में असफल रहे।

आत्मघाती कदम उठाने की वजह

आज जब खुशबू ने फिर से अपने माता-पिता से मोबाइल की मांग की और उन्होंने मना कर दिया, तो वह बुरी तरह नाराज हो गई। गुस्से में आकर उसने ब्लेड से अपने हाथ की कलाई को कई जगहों से काट डाला। जब परिजनों को इसका पता चला, तो वे घबरा गए और तत्काल उसे मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती कराया।

खुशबू का विवाहिक जीवन और उसकी सोच

जानकारी के अनुसार, छह महीने पहले ही खुशबू ने बरियारपुर के युवक सत्यम से प्रेम विवाह किया था। लेकिन फिलहाल वह अपने मायके जमालपुर में रह रही थी। उसके पति सत्यम भी अभी पढ़ाई कर रहे हैं और वे भी इतने सक्षम नहीं थे कि खुशबू की यह महंगी मांग पूरी कर सकें। अस्पताल में इलाज के दौरान खुशबू ने साफ तौर पर कहा कि उसे किसी भी तरह की परेशानी नहीं है, बस उसे एप्पल का मोबाइल चाहिए।

माता-पिता की प्रतिक्रिया

खुशबू की मां सुशीला देवी ने बताया कि उनकी बेटी लंबे समय से मोबाइल की मांग कर रही थी, लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वे एप्पल का महंगा मोबाइल खरीद सकें। उन्हें यह अंदाजा भी नहीं था कि उनकी बेटी इस हद तक चली जाएगी कि खुद को नुकसान पहुंचा बैठेगी।

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विशेषज्ञों की राय

मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि आजकल बच्चों और युवाओं में मोबाइल की लत एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के व्यवहार पर नजर रखें और उन्हें मोबाइल के अधिक उपयोग से दूर रखने की कोशिश करें। इस तरह की घटनाएँ मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करती हैं, जिनका समय रहते समाधान किया जाना आवश्यक है।

समाज के लिए एक सीख

यह घटना केवल एक परिवार की समस्या नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए एक चेतावनी भी है। मोबाइल की बढ़ती लत और ब्रांडेड उत्पादों के प्रति अत्यधिक आकर्षण हमारे युवाओं को मानसिक तनाव की ओर धकेल रहे हैं। ऐसे में आवश्यक है कि अभिभावक अपने बच्चों के साथ समय बिताएँ, उनकी इच्छाओं को समझें और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दें। साथ ही, युवाओं को भी यह समझना होगा कि महंगे मोबाइल और ब्रांडेड चीजें ही जीवन का लक्ष्य नहीं होतीं। सही सोच और आत्मसंयम से ही बेहतर भविष्य बनाया जा सकता है।

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