मुंगेर में पुलिस टीम पर भीड़ का हमला, 4 पुलिसकर्मी घायल, 10 गिरफ्तार

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मुंगेर जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर एक बार फिर हमला हुआ, जिसमें चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना शनिवार देर शाम की है, जब पुलिस एक वांछित अपराधी को गिरफ्तार करने गई थी। इस दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे दो महिला सिपाही और दो पुरुष सिपाही घायल हो गए। घायलों का इलाज बरियारपुर पीएचसी में चल रहा है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, यह घटना उस समय हुई जब पुलिस ने सोतीपुर पड़िया गांव से एक वांछित अपराधी देव राज ऊर्फ देवू को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी की खबर मिलते ही गांव के लोगों में आक्रोश फैल गया। गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी को छुड़ाने के लिए NH-333 को जाम कर दिया। पुलिस जब मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने-बुझाने लगी, तभी भीड़ में से कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।

हमले में घायल पुलिसकर्मी

इस हमले में पुलिस दल के चार सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में शामिल दो महिला सिपाही के नाम केशरी कुमारी और कंचन कुमारी हैं, जबकि घायल पुरुष सिपाही बिनोद कुमार और नवोद कुमार हैं। सभी घायलों को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए बरियारपुर पीएचसी ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, 10 गिरफ्तार

घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच महिलाओं समेत दस लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, पुलिस ने हमले में शामिल अन्य 15 लोगों की पहचान कर ली है। पुलिस के अनुसार, 40 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, और उनकी तलाश जारी है।

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पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी

मुंगेर सदर डीएसपी अभिषेक आनंद ने इस पूरे मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम पर हमला करना कानून के खिलाफ है और इसमें शामिल सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस पर हमले को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस पर हमलों की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय

मुंगेर में पुलिस पर हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार पुलिस को अपराधियों और उपद्रवियों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन ऐसे हमले पुलिस प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती बने हुए हैं।

सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत

इस घटना के बाद प्रशासन की ओर से इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस लगातार संदिग्धों पर नजर बनाए हुए है और जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि पुलिस की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

आगे की कार्रवाई में जुटी पुलिस

फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है, ताकि घटना में शामिल अन्य लोगों का भी पता लगाया जा सके। पुलिस ने यह भी साफ कर दिया है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

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इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कानून के रखवालों पर हमला करना गंभीर अपराध है और ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

 

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