मुंगेर में इस वर्ष रामनवमी के पावन अवसर पर शोभा यात्रा को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। धार्मिक आयोजनों के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाया गया है। किसी भी प्रकार की अशांति या अव्यवस्था से निपटने के लिए पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी हर स्तर पर सक्रिय हैं। शहर में अमन और चैन बनाए रखने के उद्देश्य से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
एसपी सैयद इमरान मसूद के नेतृत्व में निकाला गया फ्लैग मार्च
रामनवमी पर्व की तैयारियों के तहत शनिवार को मुंगेर जिले में भव्य फ्लैग मार्च का आयोजन किया गया। यह फ्लैग मार्च मुंगेर के एसपी सैयद इमरान मसूद के नेतृत्व में निकाला गया, जिसमें एसडीओ शैलेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिस जवान शामिल थे। फ्लैग मार्च का मुख्य उद्देश्य शहरवासियों में सुरक्षा का भरोसा जगाना और यह संदेश देना था कि कानून व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सजग है।
मुंगेर और जमालपुर में निकलेगा भव्य शोभा यात्रा जुलूस
एसपी ने जानकारी दी कि इस वर्ष रामनवमी की शोभा यात्रा मुंगेर और जमालपुर शहर में बड़े ही भव्य और पारंपरिक स्वरूप में निकाली जाएगी। जुलूस में धार्मिक झांकियां, बैंड-बाजे, धार्मिक गीतों और ढोल-नगाड़ों के साथ भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भागीदारी होगी। जुलूस का मार्ग पूर्व निर्धारित है और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रूट पर विशेष व्यवस्था की जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था और विशेष निगरानी व्यवस्था
एसपी सैयद इमरान मसूद ने स्पष्ट किया कि शोभा यात्रा केवल निर्धारित मार्ग पर ही निकाली जाएगी। यदि कहीं पुलिस को कोई संदिग्ध गतिविधि या समस्या की आशंका होगी, तो वहां विशेष बलों की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की व्यवस्था भी की गई है। यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए वैकल्पिक मार्गों की भी पहचान की गई है।
शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील
एसपी और एसडीओ दोनों ने शहरवासियों से अपील की है कि रामनवमी का यह त्योहार शांति और सौहार्द का प्रतीक है, इसलिए सभी नागरिकों को प्रशासन का सहयोग करते हुए आपसी भाईचारे के साथ इस पर्व को मनाना चाहिए। प्रशासन ने पूजा समितियों से भी अपेक्षा की है कि वे जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से संचालित करें और किसी भी प्रकार की अफवाह या विवाद से बचें।
जिम्मेदारी सबकी साझा है
एसडीओ शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि रामनवमी का जुलूस पूरे वर्ष में केवल एक बार कुछ घंटों के लिए ही निकलता है। ऐसे में इस धार्मिक आयोजन की गरिमा बनाए रखना सिर्फ प्रशासन की ही नहीं, बल्कि शहर के हर नागरिक और पूजा समिति के हर सदस्य की भी जिम्मेदारी है। सबको मिलकर ऐसा वातावरण तैयार करना चाहिए, जिससे यह पर्व आने वाले वर्षों में भी उसी श्रद्धा और अनुशासन के साथ मनाया जा सके।