मुंगेर के संग्रामपुर प्रखंड कार्यालय में अतिक्रमण को किया गया मुक्त

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रोहित कुमार मुंगेर

एंकर – मुंगेर के संग्रामपुर प्रखंड कार्यालय में अतिक्रमण को किया गया मुक्त। और साथ ही जर्जर हो चुके कई भवन पर बुलडोजर चलाकर किया गया जमीन दोष। मौके पर थाना अध्यक्ष सहित भारी पुलिस बल थे मौजूद।

Vo – दरअसल मुंगेर के संग्रामपुर प्रखंड कार्यालय परिसर के अंदर पुरानी तथा जर्जर हो चुके भवन को अतिक्रमण मुक्त कराकर तथा भवन को जेसीबी के माध्यम से गिरा दिया गया। इस मौके पर बीडीओ अजेश कुमार सी ओ स्नेहा सत्यम थाना प्रभारी रंजन कुमार सहित पुलिस बल मौजूद थे।

पुरानी हो चुकी इन सभी भवन में पहले प्रखंड कार्यालय कर्मी के आवास तथा विभिन्न विभागों के कार्यालय हुआ करते थे। नया कार्यालय तथा आवासीय परिसर बन जाने के बाद इन कमजोर हो चुके भवनों को बहिष्कृत कर दिया गया था। परंतु धीरे-धीरे अनाधिकृत रूप से ही बाहर से आकर कुछ परिवारों ने इन भवनों को अपना आशियाना बना लिया।

कमजोर दीवाल पर टिकी इन भवनों का गिरने का खतरा बना रहता था जिससे अनाधिकृत रूप से रह रहे परिवारों के जानमाल की क्षति की संभावना भी बनी हुई है। सर्वप्रथम सी ओ के द्वारा अनाधिकृत रूप से रह रहे परिवारों को नोटिस निर्गत कर तथा उसके बाद शक्ति का प्रयोग करते हुए इन जिर्ण शीर्ण हो चुके भावनों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।

बीडीओ अजीत कुमार की द्वारा भवन निर्माण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के बाद बीडीओ अजेश कुमार सी ओ स्नेहा सत्यम, थाना अध्यक्ष रंजन कुमार तथा भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इन सभी मकानों को खाली कराकर जेसीबी के माध्यम से तोड़ दिया गया।

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इस संबंध में सी ओ स्नेहा सत्यम ने जानकारी देते हुए बताया कि कमजोर पड़ चुके सरकारी भवन जिसे पहले ही खाली कर दिया गया था उसमें कुछ परिवार अनाधिकृत रूप से आकर रह रहे थे। मकान की स्थिति इतनी जर्जर थी कि कभी कोई अनहोनी हो सकती थी। यह सब को पहले नोटिस निर्गत कर तथा आज पुलिस बल की मौजूदगी में इन सभी मकानों को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया।

अवैध रूप से रह रहे सभी परिवार तारापुर अंचल के माधोडीह गांव के हैं। बीडीओ अजेश कुमार ने बताया कि जर्जर हो चुके ये मकान असामाजिक तत्वों का ठिकाना बन चुके थे। 28 की स्थिति इतनी खराब थी किसके गिरने के बाद दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती थी। इसलिए भवन निर्माण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आज सभी भवनों को धराशाई कर दिया गया।

बाइट – स्नेहा सत्यम, अंचलाधिकारी संग्रामपुर

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