मुंगेर में किसान को अगर अपने फसलों के लिए यूरिया खाद लेना हो तो आपको पहलवान होना ही पड़ेगा। क्यों की बिना धक्कम धुक्की के बिना आप यूरिया नही ले सकते। जिस वजह से आम किसान नही ले पा रहे है यूरिया खाद। सरकारी तंत्र किसानों को यूरिया उपलब्ध करवाने में पूरी तरह हो रहा विफल।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर के तारापुर के व्यापार मंडल में सोमवार को खाद मिलने की सूचना पर सुबह से ही किसानों ने लाइन लगा दिया था। व्यापार मंडल तारापुर को 2150 बोरा यूरिया खाद उपलब्ध कराया गया है। पर किसानों की संख्या उपलब्ध यूरिया खाद से अधिक किसानों की संख्या थी। दरअसल क्षेत्र में यूरिया खाद की उपलब्धता नहीं रहने के कारण किसान रब्बी बुवाई के बाद पटवन में खाद नहीं दे पा रहे हैं। उनकी फसल बर्बाद हो रही है । बहुत सारे किसान बिना खाद के ही बुवाई कर रहे हैं। शासन प्रशासन के द्वारा खाद की पर्याप्त उपलब्धता का दावा किया जा रहा है। परंतु व्यवहारिक स्थिति काफी उलट है। खाद लेने के लिए किसानों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। बाजारों में खाद उपलब्ध नहीं है। कुछ जगहों पर मिलने की चर्चा है। परंतु वह अधिक कीमत पर वहा चोरी छुपे दी जा रही है। जिस कारण एका एक किसानों के पहुंच जाने से वहां धक्कम मुक्की की स्थिति बन गई। जो बलवान निकले वे भिड़ को ठेलते ठालते आगे पहुंच यूरिया खाद उठा लिया। पर आम किसान काफी मशक्कत के बाद भी यूरिया नही ले पाए।
किसानों ने कहा की उन्हें दो बोरा यूरिया की जरूरत है। काफी संख्या में भीड़ है। खाद नहीं मिल रहा है। समय पर हम लोगों को खाद नहीं मिल पा रहा है। दुकान पर जाने पर ज्यादा कीमत लिया जाता है । व्यापार मंडल आए हैं तो मारामारी है। हमें 3 बोरा यूरिया खाद की जरूरत है। दो दिन पहले गनेली के एक दुकानदार के पास गया तो 400 रुपया बोरा मांगा। व्यापार मंडल में 266.50 रुपया के दर से मिल रहा है। सुबह 6:00 बजे से लाइन में हैं। लेकिन अभी तक यूरिया खाद नहीं मिला है। वही किसानों को यूरिया उपलध करवाने में जिला प्रशासन पूरी तरह फेल साबित हो रही है। यूरिया को लेकर हर प्रखंड में बदइंतजामी की स्थिति बनी हुई है। वही तारापुर एसडीओ रंजीत कुमार ने कहा कि किसानों को खाद की जरूरत है। इसीलिए सभी दुकानों पर भीड़ है। एक साथ सभी को खाद की जरूरत पड़ गई है। इसलिए थोड़ी कठिनाई हो रही है।